2017 में पुलिस व नक्सलियों के बीच 9 बार आमना -सामना हुई । इस दौरान 7 नक्सली मारे गए। जिसमें 18 जून 2017 के मुठभेड़ में समीला पोटाई, औधी एलओएस समीर और औंधी एलओएस सदस्य रम्मो सहित एक अन्य माओवादी मारे गए थे। इसके अलावा 28 जून 2017 में गंडई थाना क्षेत्र के सुकतरा जंगल में मुठभेड़ हुई थी।
इसके अलावा 25 अक्टूबर 2017 को खडग़ांव थानाक्षेत्र के कमकासुर व कोपेनकड़का के पहाड़ी जंगल में हुए मुठभेड़ में एरिया कमेटी सदस्य महेश पोटावी उर्फ राजू निवासी उरवे थाना बैलाडीला जिला दन्तेवाड़ा और एरिया कमेटी सदस्य पल्लेमाड़ी डिप्टी कमांडर राकेश दुग्गा एवं पल्लेमाड़ी एलओएस डिप्टी कमांडर रंजीत नुरेटी उर्फ सुकलाल निवासी रावघाट बस्तर को मार गिराया था। 2018 में भी नक्सलियों व जवानों के बीच 6 बार आमना-सामना हुआ। जिसमें 8 नक्सलियों को ढेर किया गया। जिसमें 15 जनवरी को साल्हेवारा थानाक्षेत्र के सिंगबोरा जंगल में हुए मुढ़भेड़ मे नक्सली गुण्डाधुर उर्फ राजू मारा गया था।
29 मई को बोरतलाब थानाक्षेत्र के खुर्सीपार खुर्दे व चंदिया डोंगरी में हुए मुठभेड़ में नक्सली आजाद उर्फ सुदर्शन पिता भारत मेश्राम निवासी सरांडी जिला चन्द्रपुर (महाराष्ट्र) और रुपलाल पिता बारेलाल मलगाम खुर्सीपार खुर्द थाना बोरतलाव एवं राजकुमार पिता धन्नूलाल गोंड़ निवासी खुर्सीपार खुर्द थाना बोरतलाब को मार गिराया था। इसके अलावा 18 जुलाई को कोहका थानाक्षेत्र के कोण्डाल में हुए मुठभेढ़ में नक्सली जरीना पोटाई उर्फ लख्खी कारम पिता कारम सुकुलू निवासी डुमरीपालनार जिला बीजापुर बस्तर मारा गया था।
जिले में पुलिस और सुरक्षा बल के बढ़ते दबाव को देखते हुए लंबे समय से दहशत का पर्याय बने नक्सली कमांडर पहाड़ सिंह ने हाल ही में आत्मसमपर्ण किया। पहाड़ सिंह के आत्मसमर्पण से पुलिस को माओवादियों के खिलाफ और कुछ बड़ी सफलता मिलने की उम्मीद है। एएसपी नक्सल ऑपरेशन वायपी सिंह ने बताया कि पिछले तीन साल में माओवादियों व पुलिस के बीच 31 बार मुठभेड़ हुई है। इस दौरान जवानों ने करीब 18 नक्सलियों को मार गिराया है। नक्सलियों के खिलाफ अभियान लगातार जारी रहेगा।