बताया जाता है कि इस मार्ग का नवनिर्माण कवर्धा के एक ठेकेदार को दिया गया है। निर्माण सड़क की गुणवक्ता को लेकर ग्रामीण भी नाखुश है। शिकारीटोला के ग्रामीणों ने षनिवार को निर्माण सड़क की गुणवक्ता पर सवाल उठाए तो मौके पर ठेकेदार के नुमाइंदों ने आनन-फानन में ही सड़क बनाकर निकल गए। सवाल यह है कि इस तरह की सड़कों के निर्माण में सरकारी नुमाइंदों की भी दलाली से कोई इंकार नहीं किया जा सकता है। उनके मौन स्वीकृति के बिना निर्माण एंजेसी इतनी भर्राषाही नहीं कर सकते है। पर मौके पर जिस प्रकार से सड़कों के निर्माण की आड़ में जमकर काला-पीला कार्य कई संदेहों को जन्म देता है।
साठंगाठ से चल रहा खेल खैरागढ़ ब्लॉक में सड़कों के निर्माण कार्यों को लेकर की जा रही लापरवाही में अधिकारियों की भूमिका संदेहास्पद नजर आ रही है। क्षेत्र के गातापारकला से षिकारीटोला नवनिर्माण सड़क निर्माण, पिपलाकछार से पाड़दाह मार्ग तक सड़क का निर्माण, ठेलकाडीह से मरकामटोला मार्ग का नवनिर्माण जिस प्रकार से हुए है। उससे मार्ग अभी से धसने व उखडने लगे है। पिपलाकछार से पाड़ादाह मार्ग जोडऩे वाली सड़क का अभी निर्माण प्रारंभ हुआ है। इसने में बेस में मुरूम की जगह मटमले पत्थर का उपयोग किया जा रहा है। बताया जाता है कि यहा सड़क निर्माण में अवैध खनन कर मटेरियल को डाला जा रहा है। इस मामलों से परे विभाग के अधिकारी सिर्फ आफिसों में बैठकर मांनिटरिगं को अंजाम दे रहे है।