जानकारी के मुताबिक कार्यक्रम में स्कूल प्रबंधन के द्वारा आयोजन के लिए पूरे नियमों को ताख में रखकर स्कूल का टाइमटेबल बदल कर दूरदराज से आये छात्राओं को परेशानी में रखे जाने की जानकारी मिली है। ज्ञात हो कि इस अहाता निर्माण के लिए 5 लाख की राशि स्वीकृत हुई है। जबकि मुख्य अतिथि विक्रांत सिंह द्वारा 50 हजार रुपये शौचालय मरम्मत के लिए देने घोषणा की है। वहीं समाजसेवी अनाज व्यापारी मयंक सुराना द्वारा अंग्रेजी के टीचर नहीं होने पर 25 नग डिक्सनरी प्रत्येक क्लास में 2 नग विद्यार्थियों को दिए जाने शाला प्रबंधन प्रभारी मेरावी को प्रदान किया। कार्यक्रम में नगर अध्यक्ष रूखमणी कृष्णा देवांगन, राकेश ताम्रकार, विक्की अग्रवाल, श्यामपाल ताम्रकार, राकेश ठाकुर, टुम्मन साहू, भिगेश यादव, संजय अग्रवाल, राजेश मेहता, जनक देवांगन, ओमकार जंघेल, क्रांति ताम्रकार, हमेश यदु उपस्थित रहे।
ज्ञात हो कि जिला कार्यालय के शिक्षा विभाग द्वारा सोमवार से शुक्रवार तक सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक और प्रत्येक शनिवार को 7.30 से 1 बजे दोपहर तक स्कूल लगाने के लिए निर्देश दिया गया है। मगर यहां स्कूल प्रबंधन द्वारा इस भूमिपूजन कार्यक्रम की जानकारी मात्र 9वीं और 10वीं के छात्राओं को बस दी गई थी जबकि 11वीं और 12वीं के छात्रों को इसकी जानकारी नहीं दी गई थी। क्योंकि 11वीं और 12वीं के बच्चों का टेस्ट चल रहा था इस कारण सभी छात्र स्कूल से चले गए थे। शनिवार को सुबह स्कूल लगने को लेकर 11वीं और 12वीं के छात्राओं जो कि ढाबा, खावडा, मुंडाटोला, सेतवा, दुल्लापुर सहित 8 किमी की दूरी तय कर सुबह से ही अधिकांश बच्चे स्कूल आ चुके थे, जो सुबह स्कूल नहीं लगने के कारण इधर-उधर भटकते नजर आए और कुछ बच्चे वापस घर को चले गए। वहीं स्कूल के कुछ शिक्षक को भी इसकी जानकारी नही थी। वे भी स्कूल पहुंच चुके थे।
प्रभारी प्राचार्य, भरोसा राम मेरावी ने कहा कि 11वीं-12वीं के छात्रों का टेस्ट चल रहा था इसलिए सूचना नहीं दे पाए, बच्चे स्कूल से निकल गए थे। वहीं 9वीं-10वीं के छात्राओं को सूचना दी गई थी चूंकि स्कूल समिति के अध्यक्ष ने कल 4 बजे कार्यक्रम की सूचना दी इसलिए स्थिति निर्मित हुई है।
जिला शिक्षा अधिकारी राजनांदगांव, एसके भरतद्वाज का कहना है कि पूरे जिले भर के शासकीय स्कूल में शनिवार को सुबह 7.30 से दोपहर 1 बजे तक स्कूल लगाने का समय संचालित है। गंडई कन्या स्कूल में प्राचार्य ऐसा क्यूं किया है, पूछना पड़ेगा तब बता पाउंगा।