पुलिस ने पीछा कर पकड़ लिया… ( oil theft Mafia ) पुलिस के अनुसार मुखबिर से गिलूंड क्षेत्र में काले शीशे की संदिग्ध स्कॉर्पियो घूमने की सूचना पर थाना प्रभारी योगेन्द्र व्यास के नेतृत्व में पुलिस पहुंची। पुलिस को देख आरोपी गांगास मार्ग पर भाग गए, लेकिन पुलिस ने पीछा कर पकड़ लिया। कुरज निवासी राजू (28) पुत्र बद्रीलाल आचार्य, चित्तौडग़ढ़ जिले के नारेला निवासी शांतिलाल (27) पुत्र नंदराम खटीक, भीलवाड़ा जिले में मंगरोप थाना क्षेत्र के भोली गांव निवासी नारायणलाल (21) पुत्र काना जाट एवं चित्तौडग़ढ़ जिले के गंगरार निवासी रमेश गुर्जर (22) पुत्र कालुराम गुर्जर को पकड़ लिया।
पांच दिन तक रिमांड पर रखने के आदेश पूछताछ में आरोपियों ने संतोषप्रद जवाब नहीं दिया, तो पुलिस उन्हें थाने ले आई, जहां सख्ती से पूछताछ की तो विद्युत ट्रांसफार्मर चोरियां कबूल कर लीं। पुलिस ने चारों को कोर्ट में पेश किया, जहां से पांच दिन तक रिमांड पर रखने के आदेश हुए।
दिन में रेकी, रात को चोरी बदमाश दिन में रेकी कर ट्रांसफार्मर को चुन लेते और रात को ट्रांसफार्मर से ऑयल चुरा ले जाते। ट्रांसफार्मर के एक कोने में छेद कर देते, जिससे ऑयल निकलने लगता और उसके नीचे प्लास्टिक ड्रम रख देते। एक जगह ड्रम में ऑयल भरता, तब तक वे दूसरी जगह के ट्रासंफार्मर में भी इसी छेद कर ड्रम नीचे रख देते। फिर ऑयल से भरे ड्रम लेकर भाग जाते। एक ही रात में सात से आठ विद्युत ट्रांसफार्मर से ऑयल चुरा लेते।
हाइवे पर बेच देते ऑयल ट्रांसफार्मर से ऑयल चुराकर कपासन से चित्तौडग़ढ़ हाइवे पर खुलेआम ऑयल बेचते। वाहन संचालक भी सस्ता मिलने से खरीद लेते। एक ट्रांसफार्मर में 50 से 60 लीटर ऑयल होता, जिसकी कीमत दस हजार रुपए तक होती है, लेकिन आरोपी 2 से 3 हजार तक बेच देते थे। पुलिस ने बताया कि इसका मास्टरमाइंड शांतिलाल खटीक है, जो अक्सर पूरा ऑयल लेकर खुद ही बेच देता। कई बार बायो डीजल पंप पर भी आपूर्ति कर देता।
विद्युत निगम को लाखों की चपत ( Oil Theft Gang in Rajasthan ) एक विद्युत ट्रांसफार्मर औसतन 50 हजार रुपए का होता है। ऑयल खत्म होने के बाद ट्रांसफार्मर जल जाता। इसके चलते निगम को लाखों रुपए की चपत लग चुकी है। इस कारण क्षेत्र में बिजली आपूर्ति भी प्रभावित होती है, जिससे लोगों को भी काफी असुविधा का सामना करना पड़ता है।
गिरोह का सरगना है राजू कुरज निवासी राजू आचार्य विद्युत ट्रांसफार्मर चोर गिरोह का सरगना है। राजू राजसमंद, चित्तौडग़ढ़, भीलवाड़ा व भीलवाड़ा जिले के सीमावर्ती इलाके में रेकी कर ट्रांसफार्मर से ऑयल चुराने के लिए चिह्नित करते। फिर रात में चोरी की वारदात को अंजाम देते।