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डॉक्टरों या पैरामेडिकल स्टाफ पर बनाया मकान खाली करने का दबाव तो रासुका के तहत होगी कार्रवाई दरअसल, रामपुर जिले में कोरोना वायरस पॉजिटिव केस मिलने के बाद से जिला प्रशासन अलर्ट मोड पर है। बता दें कि रामपुर टांडा क्षेत्र में 5 कोरोना पॉजिटिव मरीज मिल चुके हैं। वहीं भोट क्षेत्र के इंद्रा गांव में युवक संक्रमित मिला है। यही वजह है कि जिला प्रशासन ने क्वारंटीन वार्ड के लिए निजी संस्थानों का अधिग्रहण करना शुरू कर दिया है। स्वास्थ्य विभाग की तरफ से किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए सभी तैयारियां शुरू हो गई हैं, ताकि कोरोना संक्रमितों को यहां रखा जा सके और उनका इलाज किया जा सके।
बता दें कि जिन निजी अस्पतालों को अधिग्रहित किया गया है, उनमें 338 बिस्तर हैं। मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. सुबोध कुमार शर्मा ने बताया कि रामपुर के 9 अस्पतालों का अधिग्रहण किया गया है, ताकि जरूरत पड़ने पर तुरंत कोरोना वायरस संक्रमितों को भर्ती किया जा सके। फिलहाल इन अस्पतालों की कमियों को दूर करने का कार्य किया जा रहा है।
वहीं जिला अधिकारी आंजनेय कुमार सिंह ने बताया कि कोरोना से बचाव के लिए प्रशासनिक तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। उन्होंने बताया कि जरूरत पड़ने पर जौहर विश्वविद्यालय को भी क्वारांटीन सेंटर में तब्दील कर दिया जाएगा। जौहर यूनिवर्सिटी और जौहर अस्पताल के साथ निजी अस्पतालों काे भी अधिग्रहित कर लिया गया है।