यह भी पढ़ेंं: भाजपा को हराने के लिए आजम खान ने तैयार किया मास्टर प्लान 12 जुलाई को प्रशासन की ओर से एक मुकदमा दर्ज कराया गया था, जिसमें आजम खान और उनके खास रहे पूर्व पुलिस अधिकारी आले हसन पर आलिया गंज के 26 किसानों ने उनकी जमीन जबरन कब्जाने का आरोप लगाया है। इन सभी किसानों ने जिलाधिकारी को शपथ पत्र देकर शिकायत दर्ज कराई थी कि आजम खान ने उनकी जमीन कब्जा कर जौहर यूनिवर्सिटी में मिला ली है। तत्कालीन सीओ सिटी आले हसन खान पर आरोप लगाया है कि उन्होंने किसानों को डराया धमकाया और हवालात में बंद कर चरस व स्मैक में जेल भेजने की धमकी दी।
अभी तक आलिया गंज के 26 किसानों ने अजीम नगर थाने में अलग-अलग तहरीर दी है। जिनमें से 12 किसानों की तहरीर पर पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज ली है, जबकि 14 किसानों की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज करने की तैयारी पुलिस कर रही है। इससे पहले एक जून को भी प्रशासन ने आजम खान और मुख्य सुरक्षा अधिकारी आले हसन खां के खिलाफ कोसी नदी क्षेत्र की पांच हेक्टेयर सरकारी जमीन कब्जाने और सरकारी कार्य में बाधा डालने का मुकदमा दर्ज कराया था। इस तरह आजम खान और आले हसन खान के खिलाफ जमीन कब्जाने के पुलिस में 14 मुकदमे दर्ज हो चुके हैं।
उप जिलाधिकारी सदर प्रेम प्रकाश तिवारी ने जानकारी देते हुए बताया कि आजम खान का नाम भू माफिया पोर्टल पर दर्ज करा दिया गया है। अब आगे की कार्रवाई नियमानुसार की जाएगी। वहीं जिलाधिकारी आन्जनेय कुमार सिंह का कहना है कि शासनादेश के अनुसार जो लोग दबंगई से जमीनों पर कब्जा करने के आदी हैं उन्हें भू-माफिया घोषित किया जाए। ऐसे लोगों का नाम उत्तर प्रदेश एंटी भू माफिया पोर्टल पर दर्ज कराया जाता है। इसकी निगरानी सरकार भी करती है। उधर, पुलिस अधीक्षक डा अजयपाल शर्मा का कहना है कि आजम खान के खिलाफ दर्ज मुकदमों की विवेचना तीन सदस्यीय स्पेशल टीम करेगी। जो कि पूरी तरह निष्पक्ष होगी।
आजम बोले- एफआईआर फर्जी है एफआईआर दर्ज होने और भू-माफिया घोषित करने के मामले में सांसद आजम खान का कहना है कि ये सभी एफआईआर फर्जी हैं। ये बदले की भावना से किया जा रहा है। हमने लोकसभा चुनाव जीता है, अब विधानसभा का उप-चुनाव भी हम ही जीतेंगे। नफरत का संदेश देकर भाजपा बहुत फायदा पा लेगी, ऐसा उसका गलत ख्वाब है। समाज में इतना बंटवारा करना गलत है। लोग शिक्षा के लिए जमीन देते हैं। भाजपा जमीन छीनने के लिए काम कर रही है। सिर्फ चंद बीघा जमीन के लिए इतना गंदा कार्य निंदनीय है।