मेरी फर्म पर चार माह पहले काम करता था, मेरी फर्म के नाम पर ही गांव से किसान ओमप्रकाश के यहां से प्याज खरीदे थे। मेरे यहां से काम छोड़कर वर्तमान में एएचटी फर्म पर भी काम करते हुए बगैर लायसेंस के बोली लगा रहा था। इस संबंध में मंडी प्रांगण प्रभारी को भी हम अवगत करा चुके थे कि एहमद ने मेरे यहां से काम छोड़ दिया है।
सय्यद साजीद अली, सूर्या ट्रेडर्स
ओमप्रकाश पाटीदार ने बताया कि मेरा प्याज का 91030 रुपए लेना है, एहमद हुसैन ने जो चेक दिया था वह बाउंस हो गया। माल घर से उठाया था, वह बताकर ले गया था कि मैं बड़ा व्यापारी हूं और बाऊचर बना दूंगा यह कहकर ले गया था। बाद में पता चला की उसके नाम का लायसेंस ही नहीं है। यह मालूम था कि वह एक तरफा माल खरीद रहा है। २ लाख रुपए दिए, बाकि का चेक दिया था। मैने इसकी शिकायत एसपी और मंडी सचिव को की है। आज दिन में मेरी मंडी सचिव से बात हुई थी, वह राशि नगद दिलाने और निकाल करवाने की बात कह रहे थे, लेकिन मुझे काम था इसलिए मैं नहीं जा सका। इससे पहले मेरी बात व्यासजी से बात हुई थी, मुझे पास बिठाया था वह तीन माह से सुबह-शाम कर रहा था। व्यासजी ने भी कहा था कि दिलवा दूंगा। इसके बाद उसने नहीं दिया तो फिर चेक बैंक में लगा दिया।
कार्यवाही कर दी है, किसान को तीन बार फोन लगाया, जिसने किसान को चेक दिया था वह पेमेंट देने के लिए तैयार था, उसे बुला लिया था। किसान उपस्थित नहीं हुआ। बगैर लायसेंस के माल नहीं खरीदता है क्या कोई, प्रथम दृष्टिया तो पैसे दिलाने की बात है। बगैर लायसेंस के लोग धंधा करते है, उनको बैचते है बाहर ले जाकर उसमें मंडी सचिव की क्या गलती है। किसान उनको बाहर से सौदा कर देता है। मंडी का कोई दस्तावेज भी किसान पास है नहीं। जानकारी संज्ञान में आई है तो देखेंगे, जो भी कार्यवाही होगी करेंगे।
एमएल बारसे, सचिवकृषि उपज मंडी, रतलाम