डॉक्टर्स सम्मान समारोह के मुख्य अतिथि जिले के प्रसिद्ध आयुर्वेदाचार्य डॉ. रत्नदीप ने कहा कि आयुर्वेदिक चिकित्सकों ने अपनी जान की बाजी लगाकर लाखों कोविड-19 के मरीजों की जिंदगी बचाई, असल कोरोना योद्धा आयुर्वेद के चिकित्सक हैं, भारत में आयुर्वेदिक औषधियों का ईस्तमाल करने के कारण ही देश से कोरोना के मरीजों की संख्या में कमी आई थी, उस समय आयर्वुेद के कारण ही कोरोना नियंत्रण आया।
डॉ. निगम ने कहा कि डॉक्टर्स सम्मान समारोह में उन आयुर्वेदिक चिकित्सकों का सम्मान किया गया, जिन्होंने जिले में कोरोना के दौरान निस्वार्थ भाव से आमजन की सेवा की उसी को देखते हुए आरएपीएल गु्रप मुम्बई ने आयुर्वेदिक डॉक्टर्स का सम्मान कर नई ऊर्जा दी हैं, आयुर्वेदिक चिकित्सकों द्वारा जिले में कोरोना काल के दौरान सेवा की गई, उसी का परिणाम हैं, कि राजस्थान औषधालय ने उन्हें सम्मान से नवाजा।
इस दौरान कार्यक्रम में बतौर अतिथि डॉ. चेतन शर्मा ने कहा कि कोविड-19 के दौरान आयुर्वेदिक चिकित्सकों ने अपनी जान की बाजी लगाकर मानवीय सेवा कर साबित किया कि एक चिकित्सक भगवान का दूसरा रूप होता हैं, आयुर्वेदिक औषधियां कोरोना के दौरान कारगर साबित हो रही थी, उस समय आयुर्वेद के डॉक्टर्स के उपर भी बड़ी जिम्मेवारियां आई, जिसका रतलाम जिले के चिकित्सकों ने सामना किया। उसी मेहनत को समझते हुए राजस्थान औषधालय ने सम्मानित कर आयुर्वेदिक डॉक्टर्स को नई दिशा दी है। उन्होंने आरएपीएल गु्रप के चैयरमेन रहे डॉ. सलाऊदीन चोपदार को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि उन्होंने भारत में नशा मुक्त अभियान की शुरूआत कर देश के लाखों लोगों को नशा मुक्ति की दवा देकर नया जीवनदान दिया।
डॉक्टर्स सम्मान समारोह में आयुर्वेदाचार्य डॉ. राकेश जैन ने कहा कि आयुर्वेद पद्धति को अपनाकर ही कोरोना को हराया जा सकता हैं, कोविड-19 से लड़ने के लिए आयुर्वेद नई-नई खोज कर दवाई तैयार कर रहा हैं, उन्होंने सम्मानित हुए सभी चिकित्सकों को बधाई देते हुए कहा कि जिस तरह आरएपीएल गु्रप ने रतलाम जिले के डॉक्टर्स को सम्मानित कर हौसला बढ़ाया हैं, उसी प्रकार से कोरोना की थर्ड वैव में पूरी निष्ठा और लगन से जिले के डॉक्टर्स आमजन की सेवा करेंगे। चिकित्सकों ने जिस तरह से जिले में कोरोना काल के दौरान सेवा की, उसी का परिणाम हैं, कि राजस्थान औषधालय ने उन्हें सम्मान से नवाजा। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के दौरान चिकित्सकों ने अपनी जान की बाजी लगाकर मानवीय सेवा कर साबित किया कि चिकित्सक भगवान का दूसरा रूप होता है।
डॉक्टर्स सम्मान समारोह में बतौर अतिथि डॉ. अनुप शर्मा, डॉ. मुकेश भारद्धाज ने कहा कि आयुर्वेदिक चिकित्सकों ने आयुर्वेदिक प्रणालियों का उपयोग करते हुए मरीजों को काढ़ा सहित अन्य प्रकार की आवश्यक दवा उपलब्ध करवाई, जो कि कारगर साबित हुई। उन्होंने कहा कि आरएपीएल ग्रुप ने जिस तरह से डॉक्टर्स का सम्मान किया हैं, उससे हर चिकित्सक का मनोबल बढ़ा हैं, भारत के प्राचीनतम पद्धति की पूरे विश्व ने प्रशंसा की हैं, जिसको आरएपीएल गु्रप मॉर्डन बनाकर विश्व भर में पेश कर रहा है।
डॉक्टर्स सम्मान समारोह की शुरूआत धन्वतंरि पूजा से की गई, जिसमें अतिथियों ने धन्वतंरि की प्रतिमा पर दीप प्रजवल्लित किया। डॉक्टर्स सम्मान समारोह में अतिथियों का राजस्थान औषधालय मुम्बई (आरएपीएल गु्रप) परिवार की ओर से माला, शॉल, साफा प्रतिक चिन्ह् भेंट कर सम्मानित किया गया। इस दौरान कार्यक्रम में आरएपीएल गु्रप के चैयरमेन रहे डॉ. सलाऊदीन चोपदार को दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी गई।
इस अवसर पर सम्मान समारोह में डॉ. एसके. सिंह, डॉ. शहनाज सैयद, डॉ. आशीष तिवाड़ी, डॉ. एमके सिंह, डॉ. गौरव पुरोहित, डॉ. संजय नागोरियां, डॉ. निर्मला डांगी, डॉ. पिंकी बोरिवाल, डॉ. एसएन पाटिदार, डॉ. एसएस पाटिदार, कॉर्डिनेटर कविता जादव, डॉ. एमएस चौहान, डॉ. रिशि भट्ट, कार्यक्रम प्रभारी आसिफ अख्तर, दीपक नरवरियां, मिराज आलम, शेर खान सहित जिले भर के आयुर्वेदिक चिकित्सक एवं गणमान्यजन उपस्थित थे।