scriptBig Weather Report: मध्यप्रदेश में बारिश ने क्यों मचाई तबाही, जाने यह बड़ा खुलासा | Big Weather Invesigation: Why the rains caused destruction in Madhya P | Patrika News
रतलाम

Big Weather Report: मध्यप्रदेश में बारिश ने क्यों मचाई तबाही, जाने यह बड़ा खुलासा

कई वर्षो के बाद मौसम में आए इस बदलाव के चलते वर्षाकाल के आखिरी चरण में भी मूसलाधार बारिश झेल रहा प्रदेश, नदी नालों में बार बार आ रहा उफान

रतलामSep 14, 2019 / 02:07 pm

sachin trivedi

patrika

patrika

रतलाम. अमुमन उत्तर और दक्षिण भारत में बरसने वाले बादल इस साल मध्यप्रदेश पर जमकर बरस रहे है। बीते सालों में ऐसा नहीं देखा गया है, लगातार बारिश के बाद प्रदेश के हालात बिगड़ गए है तो नदियां बार बार उफान पर आने से जनजीवन ठप हो रहा है। वर्षाकाल के आखिरी चरण में भी मानसून आगमन के समय जैसे हालात बन गए है। गांव डूब रहे है तो तालाबों में क्षमता से ज्यादा पानी आने से फूटने के मामले बढ़े है। इन सब का कारण क्या है, आखिर इस साल ऐसा क्या हो रहा है, जिससे मध्यप्रदेश में बारिश ने तबाही मचा दी है। ऐसे ही उठते सवालों का जवाब दे रही है यह रिपोट…।
patrika
IMAGE CREDIT: patrika
दक्षिण भारत का शियर जोन मध्यप्रदेश पर मंडरा रहा
मौसम केेन्द्र के विशेषज्ञ और मौसम के वैज्ञानिकों की माने तो इस वर्ष मध्य प्रदेश के ऊपर से शियर जोन गुजर रह है। शियर जोन अमुमन दक्षिण भारत में रहता है, लेकिन इस बार वह भोपाल और इंदौर तथा उसके आस-पास से गुजर रहा है। इसके कारण भोपाल सहित अन्य संभाग व उनके आस-पास के 22 जिलों जैसे होशंगाबाद, बैतूल, रायसेन, विदिशा, रतलाम, मंदसौर, नीमच, देवास, खंडवा, बड़वानी जैसे जिलों में बारिश कहर बरपा रही है। इन जिलों में 17 सितंबर तक भारी बारिश की संभावना है।
patrika
IMAGE CREDIT: patrika
क्या होता है शियर जोन, क्यों लगातार बरसा रहा पानी
मौसम वैज्ञानिकों की माने तो शियर जोन वह क्षेत्र कहलाता है जहां पूर्व-पश्चिमी मानसूनी हवाएं मिलती हैं। यहां हवाएं आपस में टकराती हैं और बारिश होती है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि इसी वजह से मध्य प्रदेश में 23 सितंबर तक लगातार बारिश होती रहेगी, शियर जोन समुद्र तल से 1.5 से 5.8 किमी ऊपर होता है, लेकिन इस बार ये 1.5 किमी नीचे है। वैज्ञानिकों का भी कहना है कि 4 दशक में प्रदेश में इतनी बारिश नहीं होते देखी, खास तौर से सितंबर में इतनी बारिश होते हुए नहीं देखा गया है। आंकड़ों को देखें तो 2009 की अपेक्षा 2019 में कई संभागों के जिलों में बारिश रेकॉर्ड हो रही है।
patrika
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो