रतलाम पोस्ट आफिस की बंजली शाखा के अंतर्गत बुधवार को पार्सल डिलीवर करने गए शासकीय कर्मचारी चेतन डाबी को बंधक बना लिया गया। वो ग्राम बंजली में अनिल भूरिया नामक व्यक्ति के घर स्पीड पोस्ट से आए पार्सल को डिलीवर करने गए थे। कर्मचारी चेतन डाबी ने इसकी सूचना फोन पर बंजली डाकघर के वरिष्ठ अफसरों को फोन पर दी। इसके बाद अधिकारियों ने तुरंत ही रतलाम के औद्योगिक थाने में इसकी सूचना दी। डाक विभाग के उप संभागीय निरीक्षक अपने शिकायती आवेदन में शासकीय सेवक चेतन डाबी को छुड़ाने और उन्हें बंधक बनाने वाले व्यक्ति पर कार्रवाई की मांग की है।
क्या है मामला :-:
स्पीड पोस्ट से एक पार्सल बंजली के अनिल भूरिया के नाम पर आया था। जिसकी डिलीवरी देने के लिए शासकीय सेवक चेतन डाबी पहुंचे थे। डाबी ने कैश ऑन डिलीवरी की राशि 4500 रुपए प्राप्त करने के बाद पार्सल को अनिल भूरिया को सौंप दिया। लेकिन, भूरिया ने पार्सल लेकर आए व्यक्ति को रोके रखा और पार्सल खोलने के बाद उसे बंधक बना लिया।
गौरतलब है कि डाक विभाग या किसी भी कोरियर कंपनी की जिम्मेदारी केवल पार्सल वितरण की होती है, यदि उसमें किसी प्रकार की सामग्री नहीं हो या गड़बड़ हो तो डाक विभाग या कोरियर कंपनी की नहीं होती है। यदि कोई कमी पाई जाती है तो ग्राहक को जहां से सामान खरीदा है उस कंपनी से संपर्क करना होता है। लेकिन अनिल भूरिया ने पार्सल लेकर आए शासकीय सेवक को ही बंधक बना लिया और पैसों की मांग करने लगे।