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कृषि उपज मंडी रतलाम में किसानों के ट्रेक्टरोंं को चोरों ने बनाया निशाना

कृषि उपज मंडी रतलाम में किसानों के ट्रेक्टरोंं को चोरों ने बनाया निशाना

रतलामAug 04, 2018 / 12:51 pm

Gourishankar Jodha

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कृषि उपज मंडी रतलाम में किसानों के ट्रेक्टरोंं को चोरों ने बनाया निशाना

रतलाम। कृषि उपज मंडी रतलाम में आए दिन चोरी के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। किसानों की उपज, वाहन के साथ लाई गई सामग्री तो कभी व्यापारियों के चने, सोयाबीन या गेहूं-बारदान चोरी हो रहे है। मंडी प्रशासन द्वारा तैनात सुरक्षाकर्मी अन्यंत्र काम करते नजर आते हैं। महू-नीमच रोड स्थित कृषि उपज मंडी में गुरुवार-शुक्रवार की रात चोरों ने करीब एक दर्जन से अधिक किसानों के ट्रेक्टरों को निशाना बनाया। चोरों ने मंडी प्रशासन की लचर सुरक्षा व्यवस्था और अंधेरे का फायदा उठाते हुए परिसर में खड़े ट्रेक्टरों से टेप रिकार्ड, लोहे की पाटली, पाने आदि की चोरी कर ले गए। सुबह जब किसानों की निंद खुली और ट्रेक्टरों से सामान चोरी होना पाया तो बड़ी संख्या में एकत्रित होकर कृषकों ने मंडी गेट बंद करते हुए जमकर हंगामा करते हुए कहा कि मंडी परिसर में ना तो पर्याप्त सुरक्षाकर्मी है और ना ही बिजली है। अधिकांश किसानों की ट्रालियों अंधेरे में खड़ी रहती है। इस कारण पहले भी कई बार चोरी हुई जिसका आज तक पता नहीं लगा।
लसुडिय़ा खेमा से प्याज लेकर आए कृषक मोहनलाल राठौड़ ने बताया कि उसके ट्रेक्टर की टेप चोरी हो गई। इसी प्रकार रामपालसिंह की टेप, बांगरोद निवासी भरतलाल की टेप, ललित बैरागी उमरथाना की लोहे की पाटली और पाना पेटी, धराड़ के किसान संजय की लोहे की पाटली चोरी गई। किसानों का कहना है कि रात्रि में कोई गश्त पर नहीं आता। किसान को अपनी उपज की सुरक्षा स्वयं करना होती है। मात्र ५-६ सुरक्षाकर्मी है वह भी गेट पर बैठे रहते हैं, किसानों यहां तक की बार-बार हो रही चोरियों के कारण मिली भगत का भी आरोप लगाया।
गार्ड बढ़ाए पर चोरियां होना नहीं रूकी
मंडी परिसर में लगातार हो रही चोरियां और सुरक्षागार्ड की कमी के चलते मंडी समिति में निर्णय के बाद ३८ के स्थान पर ४५ गार्ड किए गए थे, ताकि परिसर में किसान-व्यापारियों की रखी उपज और सामग्री सुरक्षित रहे। पहले ८ से १० सुरक्षाकर्मी रात्रि में तैनात रहते थे, लेकिन गार्ड बढ़ाने के बाद भी धरातल पर रात्रि में मात्र ५-६ सुरक्षागार्ड ही तैनात थे। मंडी प्रशासन की लचर व्यवस्था के चलते चोरी की घटनाएं रूकने का नाम नहीं ले रही है।
ड्यूटी सुरक्षा गार्ड की, करते बाबुगिरी
रतलाम मंडी के आलम ही अलग है, वैसे तो महू-नीमच रोड स्थित कृषि उपज मंडी, सैलाना बस स्टैंड सब्जी मंडी या फिर नामली उप मंडी में सुरक्षा के नाम पर ४५ सुरक्षाकर्मियों की ड्यूटी है। परंतु यहां अधिकांश सुरक्षागार्ड बाबुगिरी करते नजर आते हैं। मंडियों में कई सुरक्षाकर्मी नीलामी करवाते नजर आते हैं तो कोई मंडी गेट पर बैठकर पर्चियां काटता नजर आता है। रात्रि में मात्र ५-६ सुरक्षाकर्मी मंडी परिसर में किसानों की उपज की सुरक्षा के लिए तैनात रहने के बावजूद पहले भी किसान-व्यापारियों की उपज, सामग्री आदि चोरी होती रही और गत रात को कई किसानों के ट्रेक्टरों से सामान चोरी हो गए।
बैठक में निर्णय लेकर ३८ से ४५ गार्ड किए थे
पूर्व में चोरियों की वारदातें बढ़ी थी, किसान और व्यापारियों के आक्रोश का सामना मंंडी प्रशासन को करना पड़ा था। पहले ८-१० गार्ड तैनात रहते थे इसके बावजूद मंडी समिति की बैठक में निर्णय लेकर ३८ के स्थान पर ४५ गार्ड किए गए थे। आज फिर चोरी की घटना घटी और सहायक सचिव द्वारा दी गई जानकारी में बताया गया कि रात्रि में मात्र ५-६ गार्ड ही थे, इस पर मंडी प्रशासन को ध्यान देना पड़ेगा और आगामी बैठक में भी इस पर चर्चा की जाएगी।
सुरेंद्रसिंह भाटी, मंडी डायरेक्टर, रतलाम
जहां खम्बों पर पर लाईट नहीं हेलोजन लगाएंगे
रात्रि के दौरान मंडी में ६ सुरक्षाकर्मी रात्रि में तैनात थे। सीसीटीवी कैमरे भी लगा रखे हैं, जिसमें एक ट्राली के ऊपर पर किसान रात्रि में सौ रहा था और निचे एक व्यक्ति चोरी करते हुए देखा गया, लेकिन अंधेरे के कारण स्पष्ट नजर नहीं आया। किसानों ने सालाखेड़ी पुलिस चौकी पर सामान चोरी होने का आवेदन दिया है। मंडी प्रशासन रात्रि गश्त बढ़ाकर जिन खम्बों पर लाईट नहीं है वहां हेलोजन लगाने की व्यवस्था कर रही है।
सत्यनारायण गोयल, कृषि उपज मंडी सहायक सचिव, रतलाम

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