संघ पदाधिकारियों ने पत्रकारों को बताया कि शासकीय व्यवस्थाऐं गलत है, इस कारण से विक्रेताओं को शर्मिंदा होना पड़ता है। पीएसओ मशीन की व्यवस्था को समाप्त कर किया जाए, ऐसी व्यवस्था हो कि किसान को आते ही उसे खाद विक्रेता उपलब्ध कराए। क्योंकि कृषि व्यापारियों की प्रमुख समस्या उर्वरक (खाद) विक्रेताओं को पीओएस मशीन संचालन में आती है, इन मशीनों का संचालन इंटरनेट की सुविधा होने पर ही होता है, चुकि ग्रामीण क्षेत्रों में इंटरनेट की सुविधा बराबर नहीं मिल पाने के कारण किसानों को विक्रेता खाद विक्रय नहीं कर पाता है, जिसकी वजह से किसान नाराज होकर विक्रेताओं को भला बुरा कहकर विभाग और पुलिस में शिकायत की धमकी देता है। व्यापार के हित में हम हो सकता है लम्बी हड़ताल पर भी जाए, हम किसान हित की बात करते हैं। किसानों की आदान सामग्री पर 12 से 18 प्रतिशत जीएसटी ली जा रही है। खाद पर भी सरकार 5 प्रतिशत जीएसटी किसानों से ले रही है। बीज सोसायटियों से सरकार बीज खरीदती है, इसके बावजूद कमी रहती है तो प्रायवेट उत्पादक कम्पनियों से भी खरीदती है, जिसमें गुणवत्ता का आभाव रहता है।
संघ का संभागीय कृषि आदान विक्रेता सम्मेलन 13 जनवरी को सुबह 11.30 बजे से सैलाना रोड विधायक सभागृह में आयोजित किया जा रहा है। जिसकी अध्यक्षता मनमोहन कलन्त्री राष्ट्रीय अध्यक्ष करेंगे। मुख्य अतिथि चेतन्य काश्यप विधाय रतलाम होगे। विशेष अतिथि पुरुषोत्तम खंडेलवाल राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं प्रवीण भाई पटेल राष्ट्रीय महासचिव व प्रदेश अध्यक्ष मानसिंह राजपूत, प्रवक्ता संजय रघुवंशी उपस्थित रहेंगे। कार्यक्रम में 700 से अधिक व्यापारी सम्मिलित होंगे।