बड़ोदरा में शनिवार से देशभर के मंडल रेल प्रबंधकों की कार्यशाला शुरू हुई। इसमे देश के 67 मंडल के रेल प्रबंधक को शामिल होना था, लेकिन पहले दिन 40 मंडल रेल प्रबंधक ही शामिल हो पाए। अलग-अलग मंडल रेल प्रबंधकों ने अपने-अपने क्षेत्र में किए कार्यो के बारे में बताया। इस दौरान इंतजार रतलाम रेल मंडल का भी प्रेजेंटेशन का हुआ।
सौर ऊर्जा से बिजली व्यय किया कम मंडल रेल प्रबंधक आरएन सुनकर ने कार्यशाला में बताया कि उन्होंने किस तरह सोर उर्जा का उपयोग करके बिजली की खपत को कम किया व उर्जा को बचाया। इसके अलावा ब्रिज पर सुरक्षा के लिए किए गए गडर बदलने के कार्य, सफाई के लिए स्वयं व अन्य अधिकारियों को अलग-अलग स्टेशन की जिम्मेदारी देने के अलावा औचक निरीक्षण, देर रात यात्री सुरक्षा के लिए अलग-अलग ट्रैक पर जाकर स्वयं ट्रैकमैन से बात करना, ट्रेन में अधिक प्रेशर से कम समय में पानी भर जाए इसके लिए विशेष मशीन की व्यवस्था करना आदि विषय पर बताया गया। कार्यशाला में भावनगर, अहमदाबाद, राजकोट, मुंबई सेंट्रल, बड़ोदरा, कोटा, दिल्ली, मुरादाबाद आदि के डीआरएम पहुंचे।
अपनाएंगे नवाचार को
रतलाम में बिजली की खपत कम करने के लिए किए गए कार्य के अलावा ब्रिज पर कम समय में बदली गई गडर के नवाचार को अन्य मंडल द्वारा अपनाने की पहल की गई। इसके लिए मंडल के बिजली व इंजीनियरिंग विभाग से योजना का प्लान मंगाया गया।