रेल मंडल के प्रबंधक विनीत गुप्ता ने बताया कि गुरुवार देर शाम इंदौर से तीन ट्रेन चलाने का प्रस्ताव मुख्यालय भेजा गया है, जो जल्दी मंजूर होकर रेलवे बोर्ड जाएगा। इनमे से एक ट्रेन रतलाम होकर निकलेगी। इसके अलावा अब तक 1.21 लाख यात्री टिकट निरस्त किए गए है, जिसके बदले 6.40 करोड़ रुपए यात्रियों को लौटाए गए है। डीआरएम कोरोना काल में रेलवे द्वारा किए गए कार्यो को बताने के लिए मीडिया से बात कर रहे थे।
यह ट्रेन चलेगी इंदौर से
डीआएम गुप्ता ने बताया कि महू से भोपाल, इंदौर से गांधीनगर व इंदौर से पटना ट्रेन को चलाने के लिए प्रस्ताव भेजा गया है। इसमे से इंदौर गांधीनगर ट्रेन रतलाम होकर चलती है। डीआरएम ने बताया कि उज्जैन फतेहाबाद सेक्शन में सितंबर अंत में सीआरएस का निरीक्षण करवाया जाएगा। धोंसवास के मालगोदाम को लेकर जो नाराजी है, उसको दूर करने के लिए स्वयं निरीक्षण करने जाएंगे। इसके लिए हर पक्ष से चर्चा की जाएगी।
इंदौर खंडवा में तकनीकी अड़चन
मीडिया द्वारा इंदौर खंडवा सेक्शन में आमान परिवर्तन काम बंद होने के मामले में कहा कि सनावद तक का काम हो गया है। सितंबर तक अंत तक सीआरएस। इसके आगे का कार्य तकनीकी कारणो से समय लगेगा, क्योंकि घाट है, यहां पर डायवर्शन है। यह प्रोजेक्ट फिलहाल होल्ड पर है। इंदौर तक प्रोजेक्ट पूरा होने में ५ वर्ष लगेंगे। रेलवे की प्राथमिकता उन प्रोजेक्ट में है जो जल्दी पूरा होकर धन दे सके। जो योजना में समय लगेगा, उसके प्रति रेलवे की रुचि फिलहाल कम है।
इंदौर दाहोद प्रोजेक्ट
डीआरएम ने कहा मुख्य प्रशासनिक अधिकारी तय करेंगे टपल के बाद अन्य निर्माण के बाद। रुपए सीमित है। कुछ प्रोजेक्ट अलग अलग राज्यों में चल रहे है। कम समय में जो प्रोजेक्ट जल्दी समाप्त होकर आय दे, उनको पहले पूरा किया जाए। कोविड के दौरान आरपीएफ ने पर्स चेारी के दो मामले निपटाएं। विभिन्न माल प्रोत्साहन योजनाओं में रेलवे को कमाई हुई है। अमरगढ़ व खाचरोद स्टेशन का होम सिग्नल बदला गया। अब तक खाद्यान की लोडिंग 2.81 टन हुई जो गत वर्ष के मुकाबले रिकार्ड तोड़ 523 प्रतिशत अधिक है। इस दौरान मंडल के वरिष्ठ वाणिज्य प्रबंधक सुनील कुमार मीणा, वरिष्ठ परिचालन प्रबंधक विपुल सिंघल सहित अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहे।