चौराना के कृषक तुफानसिंह सोलंंकी ने बताया कि वर्तमान में मुख्यमंत्री फसल ऋण माफी योजना चल रही है, जिसमें बैंकों द्वारा जारी की गई सूचियों में काफी त्रुटियां है। विशेष कर केनरा बैंक में भारी त्रुटियां है। जितने भी यहां ऋणि किसान है उनका डाटा गलत दर्शाया गया है। पिता का नाम, राशि कम, गलत गांव का पता गलत ग्राम पंचायत पहुंचा दी गई है। इस कारण किसान बड़ी संख्या में परेशान हो रहे हैं। रतलाम ब्लॉक के किसानों को पिपलौदा पंचायत में सूची लगवा दी गई है और जहां के किसान हैं अब तक सूचियां नहीं पहुंची है। ऋण माफी योजना में काफी कम समय बचा है और ऐसे में अगर यह त्रुटियां नहीं सुधारी गई तो किसानों को लाभ नहीं मिलेगा। बैंक में त्रुटि की लिखित में शिकायत भी की है। बैंक अधिकारी मौजूद नहीं है और कर्मचारी स्पष्ट जवाब नहीं दे रहे हैं। करीब 200-300 किसान परेशान हो रहे हैं।
कलेक्टोरेट परिसर स्थित कक्ष क्रमांग 224 में किसानों की समस्या हल करने के लिए स्थापित किए गए कंट्रोल रूम में समस्याओं को अंबार लगा हुआ है। दूसरे दिन व्यवस्था सुधर गई, मौके पर कर्मचारी जिनकी ड्यूटी लगा रखी थी उपस्थित रहे। हर मिनट में किसान फोन पर तो अधिकारी-कर्मचारियों की मोबाइल पर घंटी दनदना रहा है। परेशान किसानों की समस्या के साथ ही दिन पर दिन फोन-मोबाइल की घंटियों की संख्या बढ़ती जा रही है।
बैंकों की सूचियों में त्रुटि की खबरें आ रही है। इस संबंध में कलेक्टर को बैंठक में अवगत कराया जाएगा, ताकि समस्या का हल हो सके। ग्राम पंचायत स्तर पर फार्म पहुंचाए जा रहे हैं। कंट्रोल रूम पर नियमित रूप से कर्मचारी उपस्थित होकर किसानों की परेशानी को सुनकर उनका समाधान कर रहे हैंं।
जीएस मोहनिया, उपसंचालक कृषि विभाग, रतलाम