दो माह पहले भी गांव के शाहरुख नामक युवक ने मंदिर को लेकर किसी तरह का कमेंटस किया था। इस बात की जानकारी मिलने के बाद उस पर केस दर्द कराने के लिए ग्रामीण पहुंचे थे लेकिन उसके परिजनों, माता-पिता के ग्रामीणों के सामने गिड़गिड़ाने की वजह से केस नहीं कराया था।
देशभर में इस समय नुपुर शर्मा के बयान, उदयपुर में कन्हैयालाल की गला काटकर हत्या हो या फिर महाराष्ट्र के अमरावती में हुए रमेश कोल्हे की हत्या के बाद माहौल खराब करने वाले लगातार सक्रिय है। पुलसि को भी जानकारी मिलने पर त्वरित कार्रवाई की जा रही है।
नामली थाने के गांव भदवासा में पाटीदार समाज का अंबेमाता का मंदिर है जो समाज ने कई साल पहले अपनी समाज की जमीन पर बनाया था। इस मंदिर से करीब पांच सौ मीटर दूर एक मस्जिद है। मंदिर के आसपास किसी भी मुस्लिम समाज का कोई मकान या परिवार नहीं है। इसी बीच गूगल मेप पर मंदिर की जगह मस्जिद दर्शाने की बात सामने आई तो यह बात गांव के पाटीदार समाजजनों को लगी। उन्होंने गूगल मेप के इस नक्शे का प्रिंट निकलवाया जिसमें मंदिर की जगह मस्जिद होना दर्शाई गई है। बस यहीं से विवाद शुरू हुआ। पाटीदार समाजजन और ग्रामीण नामली थाने पहुंचे और प्रिंट की कापी दिखाते हुए गांव के ही तीन लोगों पर इसकी आशंका जताई। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए गांव के तीन लोगों को उठाया और थाने पर लाकर बैठा दिया। तीनों पर प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की जा रही है।