भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने जिले के जावरा में तो कांगे्रस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने संसदीय क्षेत्र झाबुआ में बडी़ सभा की। इन सभाओं को लाइव विभिन्न सोशल मीडिया पर किया गया। पार्टी के फेसबुक पेज के अलावा इन पार्टियों से जुडे़ कार्यकर्ता भी अपने-अपने वॉल पर इनको लाइव करते रहे। इतना ही नहीं, नेताओं ने अपने-अपने समर्थकों के साथ इन कार्यक्रमों में पहुंचकर इसको जमकर सोशल मीडिया में भुनाया।
आयोग ने दी है सख्ती की चेतावनी भले चुनाव आयोग ने सोशल मीडिया पर हो रहे प्रचार को प्रत्याशियों से लेकर पार्टी के खाते में खर्च के रुप में जोडऩे की बात की हो, लेकिन इसका अधिक असर नजर नहीं आ रहा है। इसकी एक बड़ी वजह अधिकारियों का हर किसी पर अंकुश नहीं होना है। एेसे में सोशल मीडिया के वाट्सएप ग्रुप हो या फेसबुक, इन पर समर्थक अपनी-अपनी पार्टी के पक्ष में पोस्ट कर रहे है। इतना ही नहीं, स्थानीय दावेदार भी फेसबुक से लेकर वाट्सएप पर समर्थकों सहित सक्रिय है।
ये कर रहे है दल – भाजपा पांच वर्ष में हुए कार्यो को अपने सोशल मीडिया के पेज पर प्रचार कर रही है। – कांगे्रस अपने फेसबुक पेज पर सरकार के अधूरे कार्यो के बारे में बता रही है।
– मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान स्वयं के पेज पर प्रतिदिन के कार्यक्रम की जानकारी के अलावा उसमे आने वाली भीड़ को दिखा रहे है। – प्रदेश कांगे्रस अध्यक्ष कमलनाथ व स्टार प्रचारक ज्योतिरादित्य सिंधिंया के पेज पर भाजपा पर आरोप आदि है।