नीमच. जिले में आगामी 17 नवंबर को मतदान होगा। पिछले तीन चुनाव का ट्रेंड देखें तो नजर आएगा कि जिसने चुनाव जीता उसको कभी 55 प्रतिशत मतदाताओं ने भी मतदान नहीं किया है। तीनों विधानसभा सीट के नतीजों को देखे तो ये साफ है कि यहां पिछले विधानसभा चुनाव में मनासा सीट से जीतने वाले प्रत्याशी को 56 प्रतिशत से अधिक वोट मिले, जबकि इस सहित पूर्व के चुनाव में कभी भी ये नंबर 55 प्रतिशत भी नहीं पहुंचा है।
मतदान को बढ़ावा देने के लिए पूरा प्रयास निर्वाचन विभाग करता है। जिले में इसके लिए अलग-अलग आयोजन भी होते है, इसके बाद भी मतदान का प्रतिशत काफी बेहतर पिछले तीन चुनाव में नहीं रहा है। इस बार जिला निर्वाचन विभाग पूरे प्रयास कर रहा है कि मतदान का प्रतिशत कम से कम 90 प्रतिशत तक पहुंचे। इसके लिए जहां शपथ के आयोजन हो रहे है तो रैली आदि का आयोजन भी हो रहा है।
IMAGE CREDIT: PATRIKAकम वोट से होती हार-जीत वोट का प्रतिशत कम होने पर हारजीत भी कम वोट से होती है। जिले में नीमच शहर, मनासा व जावद सीट पर प्रत्याशियों ने भले जीत दर्ज की हो, लेकिन उनका वोट प्रतिशत किसी चुनाव में बढ़ा तो किसी चुनाव में कम हुआ है। अकेला जावद विधानसभा क्षेत्र ऐसा है जहां 2013 के मुकाबले 2018 के विधानसभा चुनाव में जीत का प्रतिशत कम नंबर से रहा, जबकि मनासा या नीमच शहर में ये बढ़ा है। ऐसे में मतदाताओं को मतदान केंद्र तक लाने के लिए जिम्मेदारों को अधिक मेहनत करनी होगी।
फैक्ट फाइल
विधानसभा वर्ष जीतने वाले को वोट प्रतिशत हारने वाले को वोट प्रतिशत जावद 2018 37.04 34.35 जावद 2013 44.62 33.78 जावद 2008 41.29 36.65 मनासा 2018 56.64 39.74