एेसे समझे मतदान को
विधानसभा-2018 का मतदान प्रतिशत-2013 का मतदान प्रतिशत-2008 का मतदान प्रतिशत
रतलाम ग्रामीण – 83.77-79.32-73.58
रतलाम शहर -71.68-68.29-69.26
सैलाना-85.27-77.97-80.22
जावरा- 82.28-79.06-81.22
आलोट-81.38-79.84-79.16 महिलाओं में अधिक रूझान
जिले की अनेक विधानसभा सीट पर महिलाओं में मतदान करने के लिए रूझान अधिक देखा गया। विशेषकर आदिवासी अंचल की दोनों प्रमुख सीट रतलाम ग्रामीण व सैलाना में अनेक स्थान पर मतदान केंद्र पर सुबह से शाम तक लंबी-लंबी लाइने नजर आई। सभी पांच विधानसभा सीट पर 2008 व 2013 के मुकाबले मतदान का प्रतिशत अधिक रहा है।
कर्मचारी रहे नाराज विधानसभा चुनाव में शहर के अनेक मतदान केंद्र पर सुबह नाश्ता तो पहुंचा, लेकिन दोपहर का भोजन नहीं पहुंचा। इससे मतदानकर्मी नाराज नजर आएञ जबकि पहले से तय था की आलु की सब्जी व पुडी सेव के साथ पहुंचाई जाएगी। इन सब के बीच पहली बार मतदान करने की खुशी भी मतदाताओं के बीच रही।
दोपहर बाद लगी लाइन शहर में दोपहर १२ बजे बाद मतदान केंद्र पर लंबी लाइन लगना शुरू हो गई थी। विरियाखेड़ी स्थित मतदान केंद्र पर युवा व वृद्ध लाइन लगाकर मतदान के लिए अपनी बारी आने का इंतजार कर रहे थे। बाहर पुलिस बल सुरक्षा के लिए था। अधिकांश युवा तो पहली बार मतदान करने आए थे। शहर के करीब सभी मतदान केंद्र पर दोपहर बाद ही लंबी लाइन लगी। समता परिसर में रहने वाली पायल वर्मा ने पहली बार मतदान किया। पायल ने ऑफिसर कॉलोनी स्थित मतदान केंद्र पर सुबह ८ बजे पहुंचकर मतदान किया। पायल ने बताया कि पहली बार मतदान करके वो स्वयं को जिम्मेदार नागरिक मान रही है। एेसे ही विचार सभी उन मतदाताओं के रहे जो पहली बार मतदान कर रहे थे।
देर शाम तक होते रहे लॉक मतदान के बाद कर्मचारी देर तक मतपेटी को सील लगाकर बंद करते देखें गए। टीआईटी रोड स्थित निजी स्कूल में बनाए गए मतदान केंद्र पर कर्मचारी जब पेटी को सीलकर रहे थे, तब उन्होंने बताया कि सुबह नाश्ता तो आया, लेकिन भोजन के पैकेट नहीं आए। ये शिकायत शहर के करीब सभी मतदान केंद्र से मिली है।