आचार्यश्री ने मांगलिक श्रवण कराई
दोपहर में 12.30 बजे शंतिस्नात्र महापूजन और रात्रि में 8.30 बजे परमात्म भक्ति रखी गई। देश भर से आए समाजजनों ने जयंतसेन धाम में देव दर्शन के साथ गुरु भगवंत के दर्शन वंदन का लाभ लिया। तीन दिनी उत्सव के अंतिम समापन सौपन पर आज 8 दिसंबर को मालारोपण उत्सव मनाया जाएगा। सुबह 8.30 बजे शुभ मुहूर्त में मालारोपण विधि प्रारम्भ होगी। जंहा विधि विधान से माला रोपण के साथ आचार्यश्री ने आशीर्वचन होंगे। तत्पश्चात 47 दिनी उपधान तप की पूर्णता होगी। सभी तपस्वी आचार्यश्री से शुभाशीष प्राप्त कर प्रस्थान करेंगे।