कोरोना की दूसरी लहर के दौरान जो समस्या सामने आई थीं, उनसे सबक लेकर पश्चिम रेलवे के रतलाम मंडल मुख्यालय अस्पताल द्वारा उपचार से लेकर सुरक्षा तक के पुख्ता इंतजाम किए हैं। यहां लगे हुए सभी 125 बिस्तरों पर आक्सीजन की व्यवस्था कर दी गई है, ताकि किसी भी बिस्तर पर भर्ती होने वाले मरीज को ऑक्सीजन की दिक्कत का सामना नहीं करना पड़े।
दूसरी लहर में आई थी दिक्कत
रेलवे अस्पताल में कोरोना की एक व दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन सिलेंडर की समस्या का आई थी। हालांकि मंडल रेल प्रबंधक विनीत गुप्ता, अपर मंडल रेल प्रबंधक केके सिंहा, गुड्स मामलों के वरिष्ठ मंडल परिचालन प्रबंधक अजय बी ठाकुर सहित अन्य अधिकारियों ने अपने संबंध के आधार पर ऑक्सीजन सिलेंडर की कमी रेलवे अस्पताल में नहीं होने दी। अपर मंडल रेल प्रबंधक सिंहा व वरिष्ठ परिचालन प्रबंधक गुड्स ठाकुर ने तो तत्कालीन समय में बिलासपुर से लेकर कलकत्ता तक से रेमडिसिवर इंजेक्शन की पूर्ति करवाई थी।
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सभी बेड को करवाया ऑक्सीजन बेड
कोरोना एक व दो के दौरान जहां शुरू में 25 व बाद में 40 बेड का अस्पताल कोरोना मरीजों के लिए बनवाया था, वही अब इस बार गंभीरता को देखते हुए रेलवे अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अवधेश अवस्थी ने सभी बेड को ऑक्सीजन कनेक्शन से जुड़वा लिए है। इससे लाभ यह होगा कि अगर मरीजों की संख्या में बढ़ोंतरी होती है तो सभी बेड पर इलाज हो सकेगा।
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125 बेड पर सप्लाय होगी ऑक्सीजन
रेलवे कोरोना की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए पूरी तरह से तैयार है। ऑक्सीजन प्लांट बेहतर तरीके से चल रहा है व 125 बेड को ऑक्सीलन सप्लाय से जोड़ दिया गया है।
– डॉ. अवधेश अवस्थी, अधीक्षक, रेलवे अस्पताल