धरने पर बैठे ग्रामीणों ने बताया कि वह गांव रोजाना के रहने वाले है। गांव के 22 पट्टे धारी परिवारों की कृषि भूमि पर खनिज विभाग ने क्रेशर मशीन आवंटित कर दी है। इसे लेकर उनके परिवारों द्वारा आपत्ति जताई गई थी लेकिन उस पर सुनवाई नहीं हुई। ग्रामीणों की माने तो उनके पास उक्त भूमि के अतिरिक्त ओर कोई कृषि कार्य की जमीन नहीं है। वह इसी भूमि के माध्यम से अपने परिवार को गुजर-बसर करते हैं। यहां से भी सिर्फ उन्हे खाने का अनाज मिल पाता है। इसके अतिरिक्त मेहनत-मजदूरी करके परिवार का गुजारा करते है। ग्रामीणों ने मांग की है कि विभाग द्वारा दी गई अनुमति पर उनकी आपत्ति है, इसलिए विभाग इसे तत्काल निरस्त करें।