मौज मस्ती पड़ गई भारी
जांच के दौरान आए तकनीकी तथ्यों के आधार पर इंदौर के मस्ती ग्रुप जिसके सदस्य उज्जैन के सांईबाग कालोनी निवासी पवन बनवारी द्वारा भी अश्लील वीडियो, फ ोटो कई ग्रुप में आना व अन्य गु्रप में भेजना स्वीकार किया। आरोपी इस तरह के कई ग्रुप में जिनमें अश्लील सामग्री प्राप्त होती है, उनमें जुड़ा था। प्रकरण में आरोपी संतोष व गु्रप के अन्य सदस्य की गिरफ्तारी की खबर पढ़कर ग्रुप डिलिट कर दिया था, दोनो आरोपियो के मोबाइल फ ोन में अश्लील सामग्री पायी गई। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर घटना में प्रयुक्त मोबाइल फ ोन जब्त किए है।
ये थी शिकायत
रतलाम के एक व्यक्ति ने शिकायत दर्ज कराई थी, कि उनका वीडियो रतलाम के वाट्सएप ग्रुप में वायरल हो रहा है। ये शिकायत अगस्त माह में साइबर जोनल कार्यालय उज्जैन में की गई। जिस पर साइबर पुलिस ने आईपीसी की धारा 509, 201, 34 व 67, 67-ए, 84-बी आई.टी.एक्ट (सूचना प्रोद्योगिकी अधिनियम) के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू की थी। मामले का खुलासा कर आरोपियों को पकडऩे में निरीक्षक नरेंद्र गोमे, उपनिरीक्षक गोपाल अजनार, प्र.आर. हरेंद्रपाल सिंह राठौर, आर. कमलाकर, सुनील पंवार की अहम भूमिका रही।