पहले समझे इस दिन का महत्व 18 मई 2019 को वैशाख माह में पूर्णिमा है। इस दिन शनिवार है। इस वर्ष पूर्णिमा के दिन सूर्य गुरु की एक दूसरे पर दृष्टि रहेगी। इसके अलावा शनि व केतु का धनु राशि में मिलन व इनके सामने मंगल व राहु की उपस्थिति भूमि में कंपन के योग अगले 45 दिन में बना रही है। इसके अलावा आतंक की घटनाएं भी सीमा पार के देश से होगी। इसके चलते महंगाई में बढ़ोतरी होगी। इस दिन विशाखा नक्षत्र की उपस्थिति गुरु के स्वामित्व में है। नवांश में शनि की नजर सूर्य पर है। ये योग बनने के बाद अगले 45 दिन में भूकंप या कंपन के योग बन रहे है।
सुबह 4 बजकर 10 मिनट का महत्व ज्योतिषी के अनुसार 18 मई को सुबह 4 बजकर 10 मिनट पर पूर्णिमा की शुरुआत होगी व ये तिथि रात को 2 बजकर 41 मिनट तक रहेगी। पूर्णिमा पर पवित्र नदी में स्नान करना चाहिए। स्नान के बाद गरीबों को धन का दान करें। व्रत करें। शिवलिंग पर तांबे के लोटे से जल चढ़ाएं, चांदी के लोटे से दूध चढ़ाएं। ऊँ नम: शिवाय मंत्र का जाप करें। इस तिथि पर भगवान सत्यनारायण की कथा भी करनी चाहिए।
इस दिन ये करने से होता लाभ – 5 या 7 जरुरतमंद व्यक्तियों और ब्राह्मणों को शक्कर के साथ तिल देने से पापों का क्षय होता है।
– इस दिन तिल के तेल के दीपक जलाएँ और तिलों का तर्पण विशेष रूप से करें।
– इस दिन व्रत के दौरान एक समय भोजन करें।
– इस दिन तिल के तेल के दीपक जलाएँ और तिलों का तर्पण विशेष रूप से करें।
– इस दिन व्रत के दौरान एक समय भोजन करें।
– पवित्र नदी में स्नान करने से लाभ होता है।
– स्नान के बाद व्रत का संकल्प लेकर भगवान विष्णु की पूजा करनी चाहिए।
– इस दिन धर्मराज के निमित्त जल से भरा कलश और पकवान देने से गोदान के समान फल मिलता है।
– स्नान के बाद व्रत का संकल्प लेकर भगवान विष्णु की पूजा करनी चाहिए।
– इस दिन धर्मराज के निमित्त जल से भरा कलश और पकवान देने से गोदान के समान फल मिलता है।
इन राशि वालों को होगा लाभ
इस दिन मेष, वृषभ, सिंह, तुला, धनु व मकर राशि वालों को लाभ होगा। शेष राशि वालों को इस दिन शिवमंदिर में अन्न का दान करने से लाभ होगा।
इस दिन मेष, वृषभ, सिंह, तुला, धनु व मकर राशि वालों को लाभ होगा। शेष राशि वालों को इस दिन शिवमंदिर में अन्न का दान करने से लाभ होगा।