ये भी पढ़ें- शनि से भी ज्यादा कष्टदायक हैं राहु और केतु दरअसल, मंदिर में घंटी बजाने को लेकर पुजारियों का मानना है कि इसके बजाने से देवताओं के समक्ष हाजिरी लगती है। इसके अलावे मंदिर में रखी मूर्तियों में चेतना जागृत होती है, जिसक कारण पूजा फलदायक बनती है। साथ ही घंटी बजने से नकारात्मक शक्तियां पास नहीं आती हैं, जिस कारण समृद्धि के द्वार खुलते हैं।
ये भी पढ़ें- हनुमान की तपस्या भंग करने की शनिदेव ने की थी कोशिश, मिला था दंड इन सबके अलावे मंदिर में घंटी बजाने से मनुष्य को कई जन्मों के पास नष्ट हो जाते हैं। पूजा-पाठ करते वक्त घंटी बजने से वहां मौजूद लोगों को शांति दैविय उपस्थिति की अनुभूति होती है।
ये भी पढ़ें- शनि जयंती: रात 12 बजे के बाद जरुर करें ये पाठ,शनि दोषों से जल्द मिलेगी मुक्ति वहीं वैज्ञानिक दृष्टि से देखा जाए तो घंटी बजने से वातावरण में कंपन पैदा होता है, जिससे उस वक्त क्षेत्र में मौजूद जीवाणु, विषाणु और अन्य तरह के जीव नष्ट हो जाते हैं। साथ ही कई लोगों का कहना है कि मंदिर में घंटी लगने से वातावरण शुद्ध हो जाता है।