जेल प्रबंधन द्वारा बच्चों को प्रतिबंधित करने के बावजूद बहनों के साथ लगभग 1952 बच्चे पहुंचे। इन छोटे बच्चों को देखने के बाद जेल प्रबंधन ने इन्हें अंदर जाने की अनुमति दी है। बताया जा रहा है औसतन एक बंदी से मिलने लगभग पांच महिला बंदियों ने आवेदन दिया था।
सेंट्रल जेल में वर्तमान में 15 सौ से अधिक कैदी है। इन कैदियों में सिर्फ 980 की ही मुलाकात बहनों से हो पाई है, शेष बंदियों के लिए प्रबंधन सोमवार को सुबह 9.30 बजे से समय दिया है। ब्रम्हाकुमारियों से कैदियों को राखी बधा कर रक्षाबंधन पर्व मनाया जाएगा।
रक्षाबंधन के पर्व की धूम शाम को बाजार में भी देखने को मिली। भाईयों ने बहनों को ट्रीट दी। शहर के रेस्टोरेंट सहित अन्य दूसरे दुकानों में भारी भीड़ जमा हुई। पैरेंट्स भी बच्चों को लेकर बाजार पहुंचे और सभी ने मिलकर त्यौहार को एंज्वॉय किया। राखी के दिन भी मिठाई की दुकानों पर खरीदारों की भारी भीड़ लगी रही। सुबह से लेकर शाम तक मिठाई की खरीदारी की गई।