मरीज अमित बहेलिया पुत्र बृजेन्द्र, मड़वा गोविंदगढ़ का रहने वाला है। वह जन्म से हाइड्रोकेफेलस बीमारी से पीडि़त है। यह मस्तिष्क की बीमारी है। इसमें सिर के हिस्से में पानी एकत्र हो जाता है। जिससे सिर का आकार बढक़र असमान्य स्थिति में पहुंच गया है। संजय गांधी अस्पताल में यह बच्चा 22 जनवरी को भर्ती हुआ था। न्यूरो सर्जन डॉ. अशोक नायक ने देखा। सिर का साइज 82 सेंटीमीटर और वजन 8 किलो निकला। बच्चे का सिटी स्कैन कराया गया। जिसमें ब्रेन की स्थिति ठीक नही मिली। परिजनों को सिर को सर्जरी की सलाह दी गई। सहमति मिलने पर 6 फरवरी को उसके सिर की सर्जरी की गई। डॉ. नायक के मुताबिक दस हजार बच्चे जन्म लेते हैं तो उनमें से एक बच्चे में हाइड्रोकेफेलस का केस पाया जाता है। सर्जरी के बाद बच्चे के सिर का साइज 78 सेंटीमीटर बचा है। 3-4 महीने में इसमें और अंतर आएगा। एक-दो साल सामान्य होने में लगेंगे।
बच्चे की सिर की सर्जरी करने में डॉक्टरों की टीम को तीन घंटे लगे। न्यूरो सर्जन डॉ. अशोक नायक के नेतृत्व में डॉ. मुकुंद पाण्डेय, डॉ. सीपी लहरिया, डॉ. भीमबाला, डॉ. सुभाष अग्रवाल, डॉ. निधि, डॉ. सुजाता की टीम ने सफल सर्जरी की।
डॉ. अशोक नायक ने बताया कि मरीज लंबे समय से बीमारी के उपचार के लिए भटक रहा था। नागपुर, जबलपुर, इलाहाबाद और बनारस में दिखाया। लेकिन इलाज में एक से डेढ़ लाख का खर्चा था जो गरीब परिवार के बस मेें नहीं था। संजय गांधी अस्पताल में बच्चे के सिर की नि:शुल्क सर्जरी हो गई।