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रीवा

बीएएमएस की छात्रा ने हॉस्टल में लगा ली फांसी, सुसाइड नोट में बया किया दर्द

हॉस्टल में पुलिस को मिला सुसाइड नोट, उसमें लिखा कि
उसे कुछ भी याद नहीं रहता इससे पेपर बिगड़ जाता है और वह फेल हो जाती है।
इस तरह पिछडऩे के कारण वह निराश है और लगता है कि जीवन में कुछ नहीं कर
पाएगी। वह बिना कुछ किए जीना नहीं चाहती।

रीवाDec 01, 2016 / 10:23 am

suresh mishra

rewa news

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आयुर्वेद चिकित्सा की पढ़ाई कर रही छात्रा ने निजी हास्टल में खुदकुशी कर ली। कमरे में उसका शव फांसी के फंदे पर लटकते हुए पाया गया। मौके पर मिले सुसाइट नोट से पता चलता है कि लगातार दूसरे साल भी पेपर बिगडऩे के कारण वह डिप्रेशन मेें थी। जिसके चलते यह आत्मघाती कदम उठाया।

घटना सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र की है। यहां के वेंकट रोड स्थित वर्तिका हॉस्टल में रहने वाली छात्रा सपना सरकार बीएएमएस तृतीय वर्ष की छात्रा थी। परीक्षा होने के बाद भी बुधवार सुबह 8 बजे तक जब कमरे का दरवाजा नहीं खुला

छात्राओं ने इसे गंभीरता से लिया और आवाज लगाई। कमरे के भीतर से कोई आहट नहीं होने पर दरवाजे को तेज धक्का दिया तो अंदर का नजारा देखकर सन्न रह गईं। सपना सरकार का शरीर पंखे पर बांधे गए दुपट्टे से बनाए गए फंदे से लटकता मिला। छात्राओं ने इसकी सूचना हॉस्टल संचालक को दी। जो मौके पर पहुंचे और पुलिस के साथ ही सपना के परिजनों को घटना से अवगत कराया।

बिना कुछ किए जीना नहीं चाहती

छात्रा के कमरे से हाथ से लिखा सुसाइट नोट मिला है। जिसमें उसने पढ़ाई से जुड़ी समस्याओं का जिक्र किया है। साथ ही लिखा था कि सभी ने उसे सहयोग दिया और प्रोत्साहन भी मिला लेकिन बार-बार की परीक्षा से वह परेशान है। जो भी पढ़ती है तो उसे कुछ भी याद नहीं रहता इससे पेपर बिगड़ जाता है और वह फेल हो जाती है। इस तरह पिछडऩे के कारण वह निराश है और लगता है कि जीवन में कुछ नहीं कर पाएगी। वह बिना कुछ किए जीना नहीं चाहती।

चार महीने पहले बिना बताए हॉस्टल छोड़ दिया था

हॉस्टल संचालक ने बताया कि छात्रा चार माह पहले अचानक चली गई थी। एटीएम से पैसा निकालने पर पता चला कि वह जबलपुर में है। तब उसके भाई राजीव सरकार उसे वापस हॉस्टल लेकर आए थे। इसके बाद वह गुमशुम रहा करती थी। सोमवार को पेपर देकर वापस लौटने के बाद उसने किसी से बात नहीं की थी।

मैहर में परिवार
सपना को शासकीय आयुर्वेद कॉलेज में 2011 में दाखिला मिला था। पढ़ाई शुरु करते ही वह वर्तिका हॉस्टल में रहने लगी थी। जबकि उसका परिवार मैहर में रहता है।
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