रामनिधि पटेल (65) के परिवार का पुस्तैनी जमीन के बंटवारे को लेकर अपने भाई रामजी पटेल के साथ विवाद चल रहा था। पीडि़त अपनी जमीन पर मकान का निर्माण करवा रहे थे। सुबह छोटा भाई रामजी पटेल अपने परिवार के लोगों के साथ पहुंच गया और बड़े भाई पर हमला कर दिया। डंडा व राड से लैश आधा दर्जन लोगों ने उनके साथ जमकर मारपीट की जिसमें वे गंभीर रूप से घायल हो गए। शोर-शराबा सुनकर उनके पुत्र अवधराज पटेल बीच-बचाव करने पहुंचे तो उन पर भी आरोपियों हमला कर दिया।
इस संघर्ष में छोटे भाई को भी आंशिक चोट आई थी। इस दौरान स्थानीय लोग पहुंचे और विवाद को शांत कराया। गंभीर रूप से घायल पिता-पुत्र को उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र लाया गया जहां से उनको संजय गांधी अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया। यहां भर्ती रामनिधि पटेल की शुक्रवार की रात मौत हो गई। घटना से पूरे गांव में तनाव का वातावरण बना हुआ है। पुलिस ने हत्या में शामिल चार आरोपियों को हिरासत में ले लिया है जिनसे पूछताछ की जा रही है।
पुलिस पर लापरवाही का आरोप
इस मामले में मऊगंज पुलिस पर भी लापरवाही के आरोप लगे हंै। दरअसल घटना दिनांक के दो दिन पूर्व छोटा भाई अपने परिवार के सदस्यों के साथ हथियार लेकर हमला करने आया था लेकिन उस समय बीच-बचाव कर लोगों ने विवाद को शांत करा दिया। परिजनों ने इसकी शिकायत थाने में दर्ज कराई थी लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। पुत्र रामदरश पटेल का कहना था कि उस समय यदि पुलिस ने सख्त कदम उठाए होते तो घटना रोकी जा सकती थी।
तीन माह पूर्व हुआ था सीमांकन
दोनों परिवार के बीच पुस्तैनी जमीन के हिस्साबांट का विवाद चल रहा था। तीन माह पूर्व विवादित भूमि का पटवारी ने सीमांकन किया था और पत्थर लगा दिये थे। अपनी जमीन पर रामनिधि मकान का निर्माण करवा रहे थे लेकिन इस सीमांकन से छोटा भाई राजजी संतुष्ट नहीं था और उसने इतनी बड़ी घटना को अंजाम दे दिया।
———————-
दो परिवारों के बीच जमीन का झगड़ा चल रहा था जिस पर उनके बीच मारपीट हुई है। घायल एक व्यक्ति की अस्पताल में मौत हो गई है। घटना में शामिल आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। फिलहाल पुलिस स्थिति पर नजर रखे हुए है।
आबिद खान, एसपी रीवा