कलेक्टर ने कहा कि मुख्यमंत्री का संकल्प है कि युवाओं को स्वरोजगार मिले और वह स्वावलंबी बनें साथ ही इन योजनाओं का लाभ लेकर गरीब व जरूरतमंद हितग्राही आत्म निर्भर बनें। कलेक्टर ने बैठक में कार्य न करने वाले बैंक के मुख्य महाप्रबंधक से भोपाल दूरभाष पर चर्चा कर जिले में कम प्रगति के बारे में अपनी नाराजगी व्यक्त की तथा अपेक्षा की कि वह संबंधित बैंकर्स को शासकीय योजनाओं के लक्ष्य पूर्ति के लिए निर्देशित करें। उन्होंने स्पष्ट किया कि कोई भी बैंक बिना वाजिव कारण के प्रकरण वापस न करें तथा यदि बैंक प्रकरण स्वीकृत करने में आनाकानी करें तो उस बैंक से शासकीय योजनाओं की जमा राशि वापस लेकर अन्य बैंक में जमा कराई जाए।
कलेक्टर ने कहा कि शासकीय योजनाओं में कार्य न करने वाले बैंक के विरूद्ध उनके उच्च स्तरीय अधिकारी को लेख किया जाय। बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत अर्पित वर्मा ने कहा कि प्रकरणों की स्वीकृति व वितरण न करने वाले बैंक से राशि वापस लेकर अच्छा कार्य करने वाले बैंक में जमा करायी जाएगी। उन्होंने सभी बैंकर्स से कहा कि 5 मार्च तक लक्ष्य की पूर्ति अनिवार्य करें। उन्होंने भलुहा यूनियन बैंक से शासकीय योजनाओं में जमा राशि वापस लेने के निर्देश दिए।
इस अवसर पर महाप्रबंधक जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र यूबी तिवारी ने मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना सहित अन्य स्वरोजगार योजनाओं की बैंकवार अद्यतन प्रगति से अवगत कराया। जिले में युवा उद्यमी योजना में अभी तक 59.09 प्रतिशत, मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना में 85.47 प्रतिशत, मुख्यमंत्री आर्थिक कल्याण में 70.31 प्रतिशत की प्रगति हुई है। बैठक में अग्रणी जिला प्रबंधक रश्मेन्द्र सक्सेना सहित बैंकर्स व विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।