जिले के सेमरिया क्षेत्र के कुम्हरा खरीद केन्द्र पर ग्राम पंचायत पड़रिया के बघमरा गांव के किसान राजेन्द्र ङ्क्षसह केन्द्र पर सरसो बेचने पहुंचे। दो दिन तक खड़े रहे, इसके बद भी तौल नहीं हुई। किसानों का आरोप है कि समिति प्रबंधक दो हजार रुपए प्रति ट्राली की मांग कर रहा है।
रविवार दोपहर नाराज किसान ट्रैक्टर-ट्राली पर उपज लेकर कलेक्टर कार्यालय पहुंचे। यहां पर कोई अधिकारी नहीं मिला तो किसान ट्रैक्टर-ट्राली लेकर कलेक्टर आवास पहुंच गए। कलेक्टर से मिलने के लिए गार्ड से कहा। कुछ देर तक किसान बाहर कलेक्टर से मिलने का खड़े इंतजार करते रहे। बाद में गार्ड ने कलेक्टर से टेलीफोन में किसानों की बात कराई। कलेक्टर के आश्वासन पर किसान मान गए। किसानों ने बताया कि 57 किलोमीटर गांव से तीखी धूप में ट्रैक्टर-ट्राली पर उपज लेकर कलेक्टर से मिलने के लिए पहुंचे। लेकिन, कलेक्टर साहब बंगले से नहीं निकले।
हालांकि उनके हस्तक्षेप पर करहिया मंडी में किसानों की उपज की तौल हो गई। किसानों ने बताया कि २५ क्विंटल सरसो की तौल हो चुकी है। कुल ५० क्विंटल सरसो है। जिसे तौलने के लिए सौदा किया जा रहा था। शिकायत करने वाले किसानों में राकेश सिंह, लालजी, यादवेन्द्र ङ्क्षसह सहित कई अन्य किसान शामिल रहे।
उधर, कलेक्टर ने मामले की जांच रिपोर्ट तलब की है। इस बावत जिला खाद्य आपूर्ति नियंत्रक राजेन्द्र ङ्क्षसह ठाकुर से बात की गई। उन्होंने बताया कि जांच कराई गई है। कलेक्टर आवास पहुंचे किसानों दो ट्राली पहले सरसो बेच चुके हैं। प्रबंधक ने सोमवार को तौलने के लिए बुलाया है। इसके बाद भी समिति प्रबंधक की शिकायत को लेकर किसान जिला मुख्यालय पहुंचे थे।
जिले में समर्थन मूल्य पर गेहूं की तौल बंद हो गई है। उपज बेचने के लिए 51,145 किसानों ने पंजीयन कराया था। लेकिन, देर से खरीद चालू होने और उपज तैयार होने के कारण समय से किसान केन्द्रों पर नहीं पहुंचे। खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति निगम की रिपोर्ट के अनुसार जिले में अब तक 28,747 किसानों ने गेहूं की तौल कराई है। करीब 12 लाख क्विंटल गेहूं की तौल की गई है।
जिले में 25 मई को तोल बंद हो गई। जिससे टोकन बांटने के बाद भी ७०० से अधिक किसानों की उपज की तौल नहीं हो सकी है। मामले में कलेक्टर ने शासन को पत्र लिखकर आंधी-तूफान के कारण पोर्टल बंद होने से जिन किसानों की तौल नहीं हो सकी है। ऐसे किसानों की उपज की तौल के लिए पोर्टल खोलने के लिए कलेक्टर ने शासन को पत्र भेजा है।
कुछ किसान आवास पर आए थे, उन्हें करहिया मंडी भेज दिया गया है। २५ मई को तौल बंद होने के बाद भी जिन किसानों को टोकन बांटे गए हैं, पोर्टल बंद होने के कारण तौल नहीं हो सकी है। ऐसे किसानों की तौल के लिए शासन को पत्र भेजा गया है।
ओपी श्रीवास्तव, कलेक्टर