संजय गांधी अस्पताल की पैथालॉजी में सामान्य दिनों की अपेक्षा ब्लड का स्टाक करीब 80 फीसदी घट गया है। बताया गया कि कोरोना कफ्र्यू को लेकर ब्लड बैंक में महज 10-15 यूनिट ही ब्लड है। जबकि सामान्य दिनों में 40-50 यूनिट प्रतिदिन एकत्रित होता था। यहां पर 400 यूनिट ब्लड रखने की क्षमता है। ब्लड बैंक में ब्लड की अपेक्षा कई गुना प्लाजा का स्टाक है।
एसजीएमएच के ब्लड बैंक में स्टाक में लगभग 700 प्लाजमा रखे हैं। वर्तमान समय में अस्पताल में इमर्जेंसी में ही आपरेशन हो रहे हैं। जबकि आमतौर पर अस्पताल में सभी विभागों को मिलाकर दर्जनों की संख्या में आपरेशन होते थे। कोरोना अलर्ट को लेकर 80 फीसदी अस्पताल खाली हो गया है। ब्लड बैंक के प्रभारी डॉ सुशील वर्मा ने बताया कि प्रति दिन का औसत १०-१५ यूनिट ब्लड एक्सचेंज किए जा रहे हैं। आमतौर पर प्रतिदिन 40-50 यूनिट ब्लड एक्सचेंज होता था। ब्लड एक्सचेंज से पहले बारीकियों के साथ जांच के बाद ही किया जा रहा है।
अस्पताल में इमर्जेंसी, गायनी को छोड़ शेष विभागों में ब्लड की डिमांड भी कम हो गई है। जिससे अभी स्थित ठीक है। गायनी में डिलेवरी पहले की तरह ही हो रहे हैं। प्रतिदिन लगभग 8 से 10 सीजर्स होते हैं, ब्लड की आश्वयकता पडऩे पर एक्सचेंज कर उपलब्ध कराया जा रहा है। बच्चा वार्ड में ज्यादातर प्लाजा की आश्वयकता पड़ती है। गायनी विभागाध्यक्ष डॉ कल्पना यादव ने बताया कि डिलेवरी में कमी नहीं आई है। प्रतिदिन 30 महिलाओं की डिलेवरी हो रही है। जिसमें 8-10 सीजर्स होते हैं। ब्लड की आश्वयकता पडऩे पर ब्लड बैंक से ब्लड उपलब्ध कराया जा रहा है।