जिला प्रशासन को सूचना मिली है कि जिले में सैकड़ो की संख्या में पंचायतों के खाते में शासन से आए लाखों का बजट विकास योजनाओं पर खर्च नहीं किया जा रहा है। कलेक्टर इलैयाराजा टी ने जिला पंचायत सीइओ से ऐसी पंचायतों की जानकारी मांगी है। कलेक्टर के निर्देश पर पंचायत एवं ग्रामीण विकास के अधिकारी योजना को अमली जामा पहनाने में जुट गए हैं। अधिकारियों ने कलेक्टर के निर्देश पर ब्लू प्रिंट तैयार किया है कि जिन पंचायतों में किसी कारण विकास कार्य पर पैसे खर्च नहीं किए गए हैं। ऐसी पंचायतों के लिए विशेष अभियान चलाकर गांव में सीसी सडक़ सहित अन्य विकास कार्य कराए जाएंगे। जिसकी मॉनीटरिंग के लिए टीम गठित की जाएगी।
जिले में 827 ग्राम पंचायतें हैं। शासन से विकास के लिए आए बजट को सैकड़ो पंचायतें खर्च नहीं कर सकी हैं। जिला प्रशासन को मिली सूचना के अनुसार रायपुर कर्चुलियान जनपद क्षेत्र में दर्जनों की संख्या में ऐसी पंचायते हैं जिनके खाते में 20 लाख से लेकर 50 लाख रुपए तक पड़ा है। पांच वर्षीय सत्र बीतने के बाद भी अभी तक विकास पर राशि खर्च नहीं हो सकी है।
मनकहरी में 25.44 लाख रुपए का विकास प्रभावित रायपुर कर्चुलियान जनपद के मनकहरी पंचायत के खाते में 25.44 लाख रुपए विकास के पड़े हैं। लेकिन, विकास कार्य पर राशि खर्च नहीं किया जा सका है। जबकि गांव की गलियों में सडक़ तक नहीं बनी है। बारिश के दौरान लोगों का चलना मुश्किल है। पंचायत में सरपंच कुमारी सोनू वर्मा है। सचिव संतकुमार त्रिपाठी और रोजगार सहायक सतीश वर्मा को जिम्मेदारी गई है। पंचायत दर्पण के अनुसार पंचायत के खाते में लंबे समय से राशि डंप है। कार्य योजनाएं तैयार होने के बाद भी राशि खर्च नहीं की जा सकी है।
बदवार में 72 लाख रुपए खींचतान में फंसीजिले के रायपुर कर्चुलियान जनपद के बदवार ग्राम पंचायत के खाते में 72.37 लाख रुपए विकास के अलग-अलग मद की राशि डंप पड़ी है। यहां के सरपंच काशी प्रसाद पटेल है। रोजगार सेवक भूपेन्द्र ङ्क्षसह हैं। सरपंच व रोजगार सेवक के बीच खींचतान के चलते विकास पूरी तरह प्रभावित है। सरपंच कई बार रोजगार के खिलाफ मनमानी करने की शिकायत भी अधिकारियों से की है। लेकिन, एक साल से कोई सुनवाई नहीं हो रही है।