महज चंद मिनटों के अंदर ही उसने हुबहू असली नोट की तरह दिखने वाले नोट पुलिस के सामने रख दिए जिसके देखकर पुलिस के भी होश उड़ गए। आरोपी ने वर्ष 2012 में बीबीए किया था और उसके बाद गांव में एक मोबाइल की दुकान खोल लिया। उसमें फोटो कॉपी भी करता था। यही फोटो कॉपी करते हुए उसे नोट छापने की प्रेरणा मिली। उसने स्केनर के माध्यम से नोट को स्केन करके चलाया तो वह आराम से मार्केट में चल गया। करीब पन्द्रह दिन पूर्व से उसने नोट छापने का सिलसिला शुरू किया है और नकली नोट छापने लगा। आरोपी को हिरासत में लेकर पुलिस पूछताछ कर रही है। पुलिस आरोपी को रिमांड में लेकर नकली नोट के इस कारोबार से जुड़े अन्य आरोपियों की भी जानकारी लेगी।
उक्त आरोपी ने नकली नोटों की खेप सेमरिया के युवक को बेंचा था। उसने अपने दोस्त को झांसे में लिया और 20 हजार रुपए में उसने 89 हजार रुपए के नकली नोट बेंच दिए। इस सौदे की भनक जबलपुर एसटीएफ को लग गई। पूछताछ में आरोपी का नाम सामने आने पर उसे गिरफ्तार कर लिया।
नकली नोट के आरोपी से पूछताछ की जा रही है। आरोपी से नोट छापने का डैमों भी थाने में कराया गया है जिसमें उसने थाने में नोट छापकर पुलिस को दे दिए। आरोपी से पूछताछ की जा रही है। जांच के बाद ही इस फर्जीवाड़े में शामिल अन्य आरोपियों के नाम सामने आएंगे।
नागेन्द्र प्रताप सिंह, थाना प्रभारी चोरहटा