जेल में सजा काट रहा था कैदी
केन्द्रीय जेल में हत्या के प्रयास के मामले में आरोपी राजू शुक्ला पिता ईश्वरदीन शुक्ला 50 वर्ष निवासी पाली 302 थाना बैकुंठपुंर की एक दिन पूर्व मौत हो गई। जेल में उनकी हालत अचानक खराब हो गई थी जिसके बाद उन्हें इलाज के लिए संजय गांधी अस्पताल लाया गया। अस्पताल में प्राथमिक परीक्षण के बाद चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। उनकी मौत पर परिजनों ने जेल के अंदर मारपीट का आरोप लगाया है जिसकी वजह से उनकी मौत हुई है। मारपीट का आरोप लगाकर परिजनों ने अस्पताल में हंगामा शुरू कर दिया। वे इस मामले में कार्रवाई की मांग कर रहे थे।
केन्द्रीय जेल में हत्या के प्रयास के मामले में आरोपी राजू शुक्ला पिता ईश्वरदीन शुक्ला 50 वर्ष निवासी पाली 302 थाना बैकुंठपुंर की एक दिन पूर्व मौत हो गई। जेल में उनकी हालत अचानक खराब हो गई थी जिसके बाद उन्हें इलाज के लिए संजय गांधी अस्पताल लाया गया। अस्पताल में प्राथमिक परीक्षण के बाद चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। उनकी मौत पर परिजनों ने जेल के अंदर मारपीट का आरोप लगाया है जिसकी वजह से उनकी मौत हुई है। मारपीट का आरोप लगाकर परिजनों ने अस्पताल में हंगामा शुरू कर दिया। वे इस मामले में कार्रवाई की मांग कर रहे थे।
जेल से छूटे साथी ने दी जानकारी
कैदी के साथ जेल में मौजूद रघुनाथ आदिवासी दो दिन पूर्व जमानत पर छूट कर आया था जिसके मुताबिक जेल में उनके साथ मारपीट की गई थी। इस दौरान पुलिस ने उनको समझाईश देकर शांत करवाया। इस मामले की न्यायिक जांच शुरू हो गई है। न्यायाधीश ने अस्पताल पहुंचकर पंचनामा कार्यवाही पूरी कराई। बाद में शव का पोस्टमार्टम करवाकर उसे परिजनों को सौंप दिया गया है।
कैदी के साथ जेल में मौजूद रघुनाथ आदिवासी दो दिन पूर्व जमानत पर छूट कर आया था जिसके मुताबिक जेल में उनके साथ मारपीट की गई थी। इस दौरान पुलिस ने उनको समझाईश देकर शांत करवाया। इस मामले की न्यायिक जांच शुरू हो गई है। न्यायाधीश ने अस्पताल पहुंचकर पंचनामा कार्यवाही पूरी कराई। बाद में शव का पोस्टमार्टम करवाकर उसे परिजनों को सौंप दिया गया है।
जेल प्रबंधन बीमार होने की जानकारी दी
उक्त कैदी के संबंध में जेल प्रबंधन ने बीमार होने की जानकारी दी है। उनके मुताबिक कैदी बीपी, शुगर और हृदय रोग से ग्रसित थे। दस दिन से वे जेल के अस्पताल में भर्ती थे। दो बार उनको परीक्षण के लिए मेडिकल कालेज भी ले जाया गया था। जेल में उपचार के दौरान ही उनकी हालत बिगड़ी और अस्पताल पहुंचने पर उनकी मौत हो गई। अस्पताल प्रबंधन ने मारपीट से इंकार किया है।
उक्त कैदी के संबंध में जेल प्रबंधन ने बीमार होने की जानकारी दी है। उनके मुताबिक कैदी बीपी, शुगर और हृदय रोग से ग्रसित थे। दस दिन से वे जेल के अस्पताल में भर्ती थे। दो बार उनको परीक्षण के लिए मेडिकल कालेज भी ले जाया गया था। जेल में उपचार के दौरान ही उनकी हालत बिगड़ी और अस्पताल पहुंचने पर उनकी मौत हो गई। अस्पताल प्रबंधन ने मारपीट से इंकार किया है।