परफारमेंस ग्रांट की राशि में मनमानी का आरोप लगाए जिला पंचायत कार्यालय में जल जीवन मिशन कार्यक्रम और पंचायत के अधूरे कार्यों को लेकर बैठक बुलाई गई थी। अधिकारियों के नहीं आने पर अध्यक्ष ने कहा कि बैठक स्थगित कर दी जाए। इस बीच उपाध्यक्ष विभा पटेल सहित जिपं सदस्य जयवीर , अविनाश शुक्ला, प्रीतम सिंह, बृजेश ङ्क्षसह, अशोक सिंह समेत अन्य सदस्यों ने कहा कि परफारमेंस ग्रांट की राशि में मनमानी का आरोप लगाए।
दो करोड़ रुपए के प्रस्ताव जयवीर सिंह सहित कुछ सदस्यों ने नईगढ़ी में गत 18 अगस्त को आयोजित बैठक के दौरान सडक़ के लिए दो करोड़ रुपए के प्रस्ताव आदि मुददों को लेकर सदस्यों ने हंगामा शुरू कर दिया। इस दौरान एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप मढ़े। हंगामा देख अध्यक्ष मीटिंग छोडक़र चले गए। हंगामा कर रहे सदस्यों का आरोप है जिपं अध्यक्ष विरोध कर रहे सदस्यों को मरवाने के लिए बाहर से दर्जनभर गुंडे बुलाए हैं। इस पर सीइओ सदस्यों के साथ सभागार से बाहर गाढ़ी तक गए। सभी सदस्य वहां से चले गए। जिपं सीइओ ने निर्माण कार्य की बैठक को स्थगित कर दिया है।
अध्यक्ष के जाने के बाद सीइओ को घेरा
जिपं कार्यालय में बैठक में हंगामा के दौरान अध्यक्ष के जाने के बाद सदस्यों ने सीइओ को घेरा। सीइओ ने जवाब दिया कि मैं कोई राजनैतिक व्यक्ति नहीं हूं। सरकारी कर्मचारी हूं। गाइड लाइन के तहत मेरी जिम्मेदारी है। इस दौरान जयवीर ङ्क्षसह सहित अन्य सदस्यों ने आरोप-प्रत्यारोप मढ़े। सीइओ ने समझाइस देकर शांत कराया।
अध्यक्ष समर्थक सदस्यों से की थू-थू मैं-मैं
नलजल समिति की बैठक के दौरान अध्यक्ष के जाने के बाद हंगामा कर रहे सदस्यों से जिपं सदस्य प्रमोद कुशवाहा ने कहा कि बैठक में आप लोग नहीं आते हैं। इस पर हंगामा कर रहे सदस्यों ने उससे तू-तू-मैं-मैं करने लगे। बीच बचाव के बाद मामला शांत हुआ।
नईगढ़ी में बैठक के प्रस्ताव का भी किया विरोध
नईगढ़ी में विस अध्यक्ष की अध्यक्षता में पारित किए गए प्रस्ताव के दौरान करीब दो करोड़ रुपए की सडक़ को हरीझंडी दी गई है। जिसको लेकर जिपं सदस्य जयवीर ने विरोध किया। जयवीर सिंह ने कहा कि जिपं अध्यक्ष अपने और चेहते सदस्यों के क्षेत्र में विकास के लिए पैसे मंजूर करा रहे हैं।
वर्जन…निर्माण कार्यों की समीक्षा को लेकर बैठक बुलाई गई थी। कुछ सदस्यों ने एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाते हुए हंगमा कर दिया। इस लिए बैठक स्थगित कर दी गई। कार्यालय परिसर में किसी तरह की मारपीट या गुंडे नहीं आए थे। इस तरह का आरोप निराधार है। सदस्य लोग ही आपस में एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे थे।
स्वप्निल वानखेड़े, सीइओ, जिपं