दोपहर 12.10 बजे तक ओपीडी में 795 मरीजों ने पंजीयन कराया लेकिन चिकित्सकों के नहीं मिलने के कारण उन्हें परेशान होना पड़ा। अस्पताल में आरएमओ कक्ष-1 की कुर्सी खाली रही जबकि ओपीडी के कक्ष-2 में महिला डॉक्टर एक-दूसरे से चर्चा में व्यस्त रहीं। चिकित्सा अधिकारी और विशेषज्ञ कक्ष भी खाली रहा। नाक, कान और गला विभाग में मरीजों की भीड़ जमा रही। ओपीडी के मेडिसिन विशेषज्ञ का चेंबर खाली रहा।
टीबी का मरीज हूं। पर्चा लेकर तीन घंटे से भटक रहा हूं, न तो कोई देखने वाला है और न ही कोई बताने वाला है। किस डॉक्टर को दिखाऊं, कोई बैठा ही नहीं है। एक कमरे को छोड़ डॉक्टरों के सभी कक्ष खाली हैं।
सौखीलाल कोल, बाणसागर कॉलोनी,
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आरएमओ कक्ष-१ में दिखाने के लिए पर्चा दिया गया है। 12 बजे से ही चेंबर खाली है। डेढ़ घंटे से पर्चा लेकर घूम रहीं हूं।
मधू, गोविंदगढ़
नर्मदा प्रसाद पांडेय, बुजुर्ग संजय गांधी अस्पताल में ले जाने कर्मचारी दे रहे सलाह
मऊगंज से जिला अस्पताल पहुंची बुजुर्ग महिला बुधना डॉक्टर नहीं मिल तो वह परिसर में कुर्सी पर लेट गई। बेटे रामबली ने बताया कि कई दिन से तबियत खराब है। कोई डॉक्टर नहीं है। अस्पताल के कुछ कर्मचारियों ने संजय गांधी अस्पताल में ले जाने की सलाह दी है।
दोपहर 12.84 बजे तक पंजीकृत मरीज
कैज्युलटी 1, डेंटल-21, इएनटी-81, जनरल मेडिसिन में 294, जनरल सर्जरी-40, गायनोलॉजी-81, आई-34, आर्थोपेडिक-84, पेडियाट्रिक-95, एसएनसीयू-2, टीबी-2, लेप्रोसी-90, मेडिकल बोर्ड-1।
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छह घंटे बाद मिले सिविल सर्जन
जिला अस्पताल परिसर में आयु प्रमाण-पत्र के लिए कई फरियादी सिविल सर्जन के कार्यालय में माथापच्ची करते रहे। रौरा की संकुलता साकेत उम्र प्रमाण पत्र के लिए आवेदन जमा करने के बाद सिविल सर्जन डॉ. संजीव शुक्ला से मिलने के लिए छह से परेशान रही। नर्मदा प्रसाद पांडेय उम्र प्रमाण-पत्र के लिए दो दिन से आ रहे हैं। मनगवंा निवासी बुजुर्ग नर्मदा ने बताय कि वह सिविलि सर्जन से मिलने के लिए घर से सुबह ६ बजे निकले। दोपहर 1.30 बजे तक सिविल सर्जन के चेंबर के बाहर फर्श पर बैठे रहे।
ओपीडी में डॉक्टरों के बैठने का समय निर्धारित किया गया है। सुबह 8 से दोपहर 1 बजे तक। शाम को 5 से 6 बजे तक। ओपीडी में एक बजे तक बैठे रहे, हां ये जरूर है कि कुछ डॉक्टरों को मेडिकल बोर्ड की बैठक में बुला लिया गया था। ओपीडी में मरीजों की संख्या अधिक आ रही है। दोपहर बाद सभी बुजुर्गों को आयु प्रमाण-पत्र वितरण कर दिया गया है।
डॉ. संजीव शुक्ला, सिविल सर्जन, जिला अस्पताल