मंगलवार की स्थिति में कांग्रेस प्रत्याशी सिद्धार्थ तिवारी 125 वाहनों की अनुमति ले चुके हैं। जबकि भाजपा जनार्दन मिश्र 94 और बसपा के विकास पटेल 91 प्रचार वाहन दौड़ा रहे हंै। ट्रैवेल्स एजेंसियों के संचालकों के अनुसार प्रति वाहन का औसत किराया यदि तीन हजार रुपए प्रति दिन लिया तो हर रोज पंद्रह लाख रुपए से अधिक वाहनों पर खर्च हो रहा है। इसके अलावा लाखों रुपए का डीजल धुंआ हो रहा है।
इस तरह से यदि ६ मई को होने वाले चुनाव 24 घंटा पहले तक का औसत लिय जाए तो डेढ़ करोड़ रुपए से अधिक की राशि महज वाहनों पर खर्च हो जाएगी। इसके अलावा चुनावी में आंचार संहिता पर लगाम लगाने के लिए प्रशासन की ओर से 200 सौ से अधिक वाहन दौड़ रहे हैं। डीजल और किराया को मिलाकर जिले में पांच करोड़ रुपए से अधिक परिवहन पर धुंआ हो जाएंगे।
जिला निर्वाचन कार्यालय के रेकॉर्ड के अनुसार कांग्रेस-125, भाजपा-94, बसपा-91, माक्र्सवादी-19, आरक्षण विरोधी पार्टी-6, समग्र उत्थान पार्टी 1, सपाक्स 09, पीपल्स पार्टी 10, अखिल भारतीय अपना दल 07, निर्दलीय अखिलेश 02, निर्दलीय देवेन्द्र मिश्र 2, भारतीय शक्ति चेतना 5, राष्ट्रीय अपना दल 05, श्रीजनता पार्टी 03, बहुजन मुक्ति 02, निर्दलीय सनद कुमार मिश्र 1, निर्दलय रामकलेश 1, निर्दलीय सुशील सबके महराज 1 वाहन की अनुमति ली है। जबकि पांच अन्य निर्दलीय उम्मीदवार पैदल हैं।