scriptElection 2019 : साठ साल से इस गांव में नहीं आया कोई सांसद, महिलाओं ने इन प्रतिनिधियों को सुनाई खरीखोटी | Election 2019 : No MP from the village for 60 years | Patrika News
रीवा

Election 2019 : साठ साल से इस गांव में नहीं आया कोई सांसद, महिलाओं ने इन प्रतिनिधियों को सुनाई खरीखोटी

लोकसभा चुनाव: पत्रिका फेसबुक लाइव, मद्दा क्या है: गांव में भूलभूत सुविधाओं का टोटा, टॉयलेट निर्माण के लिए दो साल से भटक रहीं महिलाएं

रीवाApr 30, 2019 / 08:47 pm

Rajesh Patel

banswara

Election

रीवा. चुनाव आया तो राजनीतिक दलों के नेताओं की गाडिय़ां गांव की गलियों में घूम रहीं हैं। वोट के खातिर नेता तरह-तरह की घोषणाएं और भावी योजनाएं बता रहे हैं। चुनाव बाद गांव की ओर देखते तक नहीं हैं। यह हम नहीं बल्कि मंगलवार दोपहर चिलचिलाती धूप में कलेक्टर कार्यालय पहुंचीं दर्जनभर से ज्यादा महिलाओं ने पत्रिक अभियान चुनावी मुद्दा क्या है, फेसबुक लाइव के दौरान गांव की समस्याएं बेबाक रखी। इस दौरान सांसद, विधायक सहित गांव के प्रतिनिधियों को जमकर खरीखोटी सुनाई।
चुनाव का नाम लेते ही भडक़ गई बुजुर्ग महिला
हुजूर तहसील के नैकिन (खजुहा) गांव की आदिवासी बस्ती की दर्जनभर महिलाएं और पुरूष विभिन्न समस्याओं को लेकर कलेक्टर कार्यालय पहुंचे थे। समस्या को लेकर परेशान महिलाओं से पत्रिका ने जैसे ही सवाल किया कि गांव की 80 वर्षीया तुलसी भडक़ गईं। दो टूक में कहा 60 साल बीते वोट डाल रहे हैं आज तक गांव में किसी सांसद को नहीं देखा है।
एक बार विधायक ने लिखा था पत्र
एक बार विधायक नागेन्द्र सिंह ने कलेक्टर को पत्र लिखा था। तब से आज तक कोई न सांसद और न ही विधायक ध्यान नहीं दे रहे हैं। बुजुर्ग महिला ने कहा रहने को घर नहीं है। झोपड़ी में 60 साल गुजर गए। बहुत पहले एक बार इंदिरा गांधी घर दिहिन रहीं और फिर मोदी घर दे रहे हैं, लेकिन सब पैसा अधिकारी-कर्मचारी और सरपंच खा रहे हैं।
जीतने के बाद गांव की ओर नहीं देखते प्रत्याशी
गांव के जगदीश कोल, लाल जी, रामसिया, लल्ली, विश्राम, मंगल, नीरज आदि आदिवासियों ने कहा, चुनाव आया तो सभी गांव में वोट मांगने के लिए आ रहे हैं। जीतने के बाद कोई गांव में नहीं आता है। आज तक जितने भी सांसद हुए किसी को देखा तक नहीं है। गांव का सरपंच भी सचिव से मिलकर सरकारी योजनाओं का पैसा खा रहा है। गांव में न तो ठीक से रास्ता है और न ही गांव की गलियां चलने लायक हैं।
शौचालय-आवास के लिए भटक रहे गरीब
कलेक्टर कार्यालय में पहुंचीं भूमिहीन महिलाओं ने आवेदन देकर बताया कि शौचालय निर्माण के लिए दो साल से भटक रहे हैं। आवेदन के लिए आवेदन जमा कराए गए। आज तक निर्माण नहीं कराया गया है। करीब 200 की इस बस्ती में किसी के घर में टॉयलेट नहीं बना है। ज्यादातर आदिवासी परिवारों के आवास भी नहीं बने हुए हैं।

Home / Rewa / Election 2019 : साठ साल से इस गांव में नहीं आया कोई सांसद, महिलाओं ने इन प्रतिनिधियों को सुनाई खरीखोटी

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो