प्रशिक्षण में नोडल अधिकारी डॉ. अमरजीत सिंह ने डाकमत पत्रों की गणना के संबंध में चुनाव आयोग के दिशा निर्देशों से अवगत कराया। उन्होंने पावर प्वाइंट के माध्यम से डाकमत पत्रों की गणना के संबंध में विस्तार से पद्धति की बारीकियां बताई। जिला इ-गवर्नेंस मैनेजर ने इटीपीबीएस सर्विस वोटर की गणना के संबंध में स्केन करने सहित आयोग के पोर्टल में फीडिंग व सुविधा पोर्टल में फीडिंग का भी प्रशिक्षण दिया। प्रशिक्षण में बताया गया कि निर्धारित लिफाफे में प्राप्त होने, घोषणा पत्र ठीक से भरा होने तथा प्रमाणित होने पर ही डाक मत पत्र का लिफाफा खोलें। डाकमत पत्र के संबंध में किसी तरह का संशय होने पर मतगणना करने वाले स्वयं निर्णय न करें।
डाकमत पत्र तथा उनके लिफाफे रिटर्निंग आफीसर के समक्ष प्रस्तुत करें। उनमें अंतिम निर्णय रिटर्निंग आफीसर द्वारा लिया जाएगा। डाकमत पत्रों की गणना के लिए अलग से टेबिल लगाई गई है। इनमें माइक्रो प्रेक्षक भी तैनात रहेंगे। यदि डाकमत पत्रों की गणना तब तक पूरी नहीं हुई तो दोनों गणना साथ-साथ चलेंगी। डाकमत पत्र की गणना पूरी करने के बाद उसके परिणाम निर्धारित प्रपत्र 20 में दर्ज करके रिटर्निंग आफीसर के समक्ष प्रस्तुत कर दिए जाएंगे। गणना पूरी होने के बाद भी डाकमत पत्रों की गणना के लिए तैनात कर्मचारी गणना कक्ष में तैनात रहेंगे।
आगामी 23 मई को होने वाली मतगणना के लिए मतगणना केन्द्र शासकीय इंजीनियरिंग महाविद्यालय में सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था की गई है। मतगणना केन्द्र में बिना किसी को प्रवेश नहीं कर सकेंगे। साथ ही उन्हें अपने साथ पेन, डायरी के अतिरिक्त अन्य कोई भी वस्तु मोबाइल, कैमरा, पानी की बाटल आदि ले जाना पूर्णत: प्रतिबंधित रहेगा। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी ओमप्रकाश श्रीवास्तव ने जानकारी दी कि मतगणना केन्द्र में प्रवेश के लिए बनाए गए मुख्य द्वारों से प्रेक्षक, मीडिया प्रतिनिधियों, अभ्यर्थियों व उनके गणना एजेंट, विशिष्ट अधिकारी तथा मतगणना कार्य में संलग्न अधिकारी-कर्मचारी प्रवेश कर सकेंगे।