मध्य प्रदेश लिपिक वर्गीय शासकीय कर्मचारी संघ के पदाधिकारी प्रदेश संगठन के आह्वान पर दो दिवसीय हड़ताल पर चले गए। दूसरे दिन भी संभागायुक्त कार्यालय के सामने कलेक्टर, कमिश्नर, अस्पताल, ट्रेजरी, महिला बाल विकास, सामाजिक न्याय विभाग सहित विभिन्न शासकीय कार्यालयों के बाबू लामबंद होकर प्रदर्शन शुरू कर दिया है। जिलाध्यक्ष बीके शुक्ला ने कहा कि समिति ने अनुसंशा किया है कि सहायक ग्रेड-३ संवर्ग को ग्रेड वेतन 1900 के स्थान पर 2400 रुपए किया जाए। प्रथम समयमान के अनुसार 2800 और द्वितीय समयमान 3200 एवं तृतीय समयमान 3600 रुपए दिया जाए। पेंशनर्स एसोसिएशन सहित कई अन्य संगठनों के कर्मचारी भी शामिल रहे। इस दौरान बीके शुक्ला, राजेन्द्र तिवारी, विरेन्द्र तिवारी, राजकुमार चौबे, किरण पांडेय, आरके चौबे, हीरामणि तिवारी, प्रशांत सिंह, नरेन्द्र शुक्ला, चंद्रिका शर्मा, सोनू दहायत, उमेश पांडेय, बीबी ङ्क्षसह, रामपाल नापित, विनोद सेन, प्रकाश तिवारी सहित सैकड़ो की संख्या में कर्मचारी रहे।
आज हड़ताल पर हैं कोई काम नहीं होगा
कलेक्ट्रेट सहित कई विभागों के बाबू आंदोलन के समर्थन में थे, लेकिन वे प्रदर्शन स्थल पर चेहरा दिखने के बाद कार्यालय में लंबित काम को निपटाने में लगे रहे। कलेक्ट्रेट कार्यालय की नकल शाखा में पहुंचे हीरालाल कोल को नकल शाखा के कर्मचारी ने कहा आज हड़ताल है, नकल नहीं मिलेगी। इसी तरह कई अन्य विभागों में दूर-दूर से पहुंचे फरियादियों को बैरंग लौटना पड़ा। इसी तरह कमिश्नरी कार्यालय के बाबू भी काम तो निपटा रहे थे, लेकिन फरियादियों को तो टूक कह दिया कि वे आज हड़ताल पर हैं।
इन विभागों के कर्मचारी रहे शामिल
आदिम जाति कल्याण विभाग, औद्योगिम विकास निगम, शिक्षा, जल मौसम, पीएचई, वन, मेडिकल कालेज, जल संशासन सहित अन्य विभागों के तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी शामिल रहे।
बाबू हड़ताल पर मौज में रहे अफसर
विभिन्न शासकीय कार्यालय के बाबुओं के दो दिन हड़ताल पर चले जाने से अफसर मौज में रहे। कलेक्टर कार्यालय में कई विभागों के कार्यालयों में अधिकारियों की भी कुर्सियां खाली रहीं। जिला मुख्यालय पर हुजूर तहसील में दोपहर पूरी तरह ताला लटक रहा था। कुछ देर के लिए तहसीलदार आए और चले गए। इसी तरह जिले के सभी कार्यालयों में सन्नटा पसरा रह।