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रीवा

नेहरू अंग्रेजों से मुक्ति तो चाहते थे लेकिन अंग्रेजियत का विरोध कभी नहीं किया

– माणिकचंद्र वाजपेयी जन्मशताबेन पर इ-संगोष्ठी का हुआ आयोजन, देश के कई साहित्यकारों से जुड़े

रीवाSep 30, 2020 / 09:54 pm

Mrigendra Singh

rewa

Manikchandra Vajpayee organized e-seminar on birth centenary


रीवा। माणिकचंद्र वाजपेयी जन्म शताब्दी के अवसर पर शहर के स्वयंबर पैलेस में एक इ-संगोष्ठी आयोजित की गई। जिसमें शहर के प्रमुख साहित्यकार शामिल हुए। इसमें देश के कई प्रमुख ख्यातिलब्ध साहित्यकार एवं पत्रकार शामिल हुए।
वरिष्ठ पत्रकार रामकृपाल सिंह दिल्ली से जुड़े, उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी देश से अंग्रेजों के साथ ही अंग्रेजियत से भी मुक्ति चाहते थे। कई बार इस पर वह बोलते रहे हैं कि देश को अपने अस्तित्व और मूल्यों के साथ आगे बढऩा होगा। जबकि नेहरू अंग्रेजों से तो मुक्ति चाहते थे लेकिन अंग्रेजियत की पैरवी करते रहे हैं। ‘पत्रकारिता का राष्ट्रवादÓ विषय पर आयोजित इस इ-संगोष्ठी में शिक्षाविद प्रो. केजी सुरेश कुलपति माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय ने कहा कि वैश्विक स्तर पर भारत की प्रतिमा अविकसित, अव्यवस्थित, अशिक्षित, अवैज्ञानिक, असामाजिक और राजनीतिक रूप से अस्थिर परिस्थिति की छवि षडय़ंत्र पूर्वक बनाई गई है।
इस छवि को बनाने में विदेशी मीडिया से कहीं अधिक भारतीय मीडिया जिम्मेदार है। सेना के खिलाफ, कश्मीरी विघटनकारियों की तरफदारी करना भारतीय मीडिया की अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता बताई जाती है। उन्होंने कहा कि भारत में पत्रकारिता का राष्ट्रवाद दिनों दिन प्रबल होता जा रहा है, जो कि आने वाले दिनों में अधिक मुखरित होगा। रीवा से जयराम शुक्ल ने कहा कि दुनिया के अनेक देशों की पत्रकारिता का उदाहरण देते हुए कहा कि भारत में पत्रकारिता भारतीय गौरव और भारतीय श्रेष्ठता को अनदेखा करती रही है। विकसित देश अपनी खामियों को मीडिया में प्रकाशित होने से बचाते है और पत्रकार राष्ट्रीय हितों को नुकसान पहुचाने से परहेज करते हैं। यह दृष्टिकोण भारत के लिए आत्मघाती है। जिसके प्रति पत्रकारों को सजग होने की जरूरत है। पत्रकार नागरिक समाज का महत्वपूर्ण घटक है, जिसकी जबावदेही दूसरों से अधिक है। इस अवसर पर प्रमुख रूप से कार्यक्रम संयोजक देवेन्द्र सिंह, डॉ. चन्द्रिका प्रसाद चन्द्र, वरुणेन्द्र सिंह, जगजीवन तिवारी, शिवशंकर त्रिपाठी, आरएसएस विभाग प्रचारक सुरेन्द्र सिंह, रमेश साहू, विवेक कुशवाहा, अनिल पटेल, योगेश त्रिपाठी, डॉ. बृजेन्द्र शुक्ल, रवि साहू सहित बड़ी संख्या में नगर के गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।

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