पुलिस को दिए बयान में मृत नाबालिग की मां का कहना है कि, गत 16 अक्टूबर को वह परिवार के साथ देवतालाब मंदिर दर्शन करने गई थी। इसी दौरान पड़ोसी गांव के एक नाबालिग किशोर ने उसकी बेटी संग विवाह करने का वादा किया। विश्वास जीतने के लिए उसने बेटी की मांग में सिंदूर भरा। फिर उसके साथ दुष्कर्म किया। हम लोग जब लौटे तो बेटी से कहा कि वह घर वापस आ जाए। उसकी शादी प्रेमी से ही कर देंगे, तब बेटी ने प्रेमी को फोन लगाया और उसे बात करने के लिए अपने घर बुलाया। प्रेमी ने घर आने से मना कर दिया तो बेटी ने आग लगा ली। इसके बाद उसे संजय गांधी अस्पताल भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
इस संबंध में पुलिस का कहना है कि, माता-पिता की गैरमौजूदगी में किशोरी प्रेमी के साथ उसके घर पहुंच गई थी, जहां प्रेमी उसे सिंदूर लगाकर अपने घर में रहने के लिए कहने लगा। इसी बीच किशोरी के स्वजन उसे यह कह कर घर बुलाया कि वह उनकी शादी करा देंगे। जब किशोरी अपने घर पहुंची तो स्वजन ने उसे प्रेमी को घर बुलाने की बात कही, लेकिन प्रेमी ने आने से मना कर दिया। इस कारण किशोरी ने खुद को आग लगा ली।