ऐसा हो भी क्यों नहीं इस कोरोना काल में बच्चों को इस रिजल्ट का बेसब्री से इंतजार था। अब उच्च शिक्षा में दाखिले की राह खुल गई है। बच्चे अपने अंकों के जरिए अच्छे कॉलेजों में प्रवेश की दावेदारी पेश करेंगे। यानी गुरुवार का दिन इन बच्चों के लिए खुशियों की बड़ी सौगात ले कर आया।
ये भी पढें- 12वीं के छात्रों के इंतजार की घड़ियां समाप्त, इस तारीख को जारी होगा रिजल्ट बता दें कि 12वीं के रिजल्ट की घोषणा प्रदेश के स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने की। परिणाम दोपहर 12 बजे घोषित हुआ। घोषित परिणामों के अनुसार 52 प्रतिशत विद्यार्थी प्रथम श्रेणी में पास हुए, जबकि 40 प्रतिशत द्वितीय श्रेणी में और बाकी तृतीय श्रेणी में पास हुए हैं। बता दें कि इस बार 12वी की परीक्षा में साढ़े सात लाख विद्यार्थियों को शामिल होना था, लेकिन कोरोना के चलते सभी परीक्षाएं रद्द कर दी गई थीं। इसका ऐलान खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था।
पीएम की घोषणा के बाद एमपी सरकार और एमपी बोर्ड ने निर्णय लिया गया कि प्राइवेट हों या रेगुलर (नियमित) किसी भी छात्र को फेल नहीं किया जाएगा। ऐसे में इस बार 12वीं में किसी को फेल नहीं किया गया। लेकिन मेरिट लिस्ट भी जारी नहीं की गई।
बता दें कि ये रिजल्ट हाईस्कूल 2019 के परीक्षा परिणाम के आधार पर तैयार किया गया है, जो विद्यार्थी परिणाम से संतुष्ट नहीं होंगे, उन्हें अंक सुधार के लिए परीक्षा देने का अवसर दिया जाएगा। परिणाम से असंतुष्ट परीक्षार्थी एक से 25 सितंबर तक परीक्षा दे सकते हैं।