scriptMP election 2018: एमपी-यूपी के बार्डर एरिया में विकास का बेड़ागर्क | MP election 2018: Development of the Border Area of MP-UP | Patrika News
रीवा

MP election 2018: एमपी-यूपी के बार्डर एरिया में विकास का बेड़ागर्क

जिले के त्योंथर विधानसभा में सडक़ों पर हिचकोले खा रही जनता, पंद्रह साल से अधूरा पड़ा 100 बेड का अस्पताल, किसानों की गाढ़ी कमाई पर कहर बरपा रहीं नील गायें

रीवाNov 24, 2018 / 01:42 pm

Rajesh Patel

MP election 2018:  Development of the Border Area of MP-UP

MP election 2018: Development of the Border Area of MP-UP

रीवा. त्योंथर विधानसभा। एमपी-यूपी के बार्डर एरिया में विकास का बेड़ागर्क है। चुनावी शोर में भी किसानों पर नील गायों का कहर जारी है। आवारा पशुओं से चौपट होने के बाद बची फसलों पर अधूरी सिंचाई परियोजनाएं किसानों को उबरने नहीं दे रहीं। इलाज के लिए पड़ोसी राज्य के प्रयाग जिला जाना पड़ता है। इस सीट पर लंबे समय बाद एक फिर सियासी रंग बदलने को बेताब है। वह बात दिगर है कि समस्याओं से जूझ रहे किसानों का गुस्सा चुनाव पर कितना असर डालेगा यह तो चंद दिनों में तय हो जाएगा।
बुजुर्गों चुनावी चर्चा में मशगूल रहे
जिला मुख्यालय से 80 किमी दूर त्योंथर मुख्यालय पहुंचने से पहले विधानसभा क्षेत्र के दक्षिण छोर यानी घाट ऊपर कटरा पहुंचे। घुमामोड़ पर चुनावी शोर के बीच चाय की चुस्की ले रहे बुजुर्गों चुनावी चर्चा में मशगूल रहे। जैसे ही समस्या का जिक्र किया तो आग बबूला हो गए। एससी-एसटी एक्ट को लेकर नाराज बुजुर्ग रामशिरोमणि मिश्रा कटरा बाजार की खराब सडक़ को कोसते हुए कहा, दस साल धूल के गुबार के आलावा कुछ नहीं मिला।
सोहागी पहाड़ पर धूल उड़ रही

छह साल से हाइवे का निर्माण हो रहा है। अब तक कई लोगों की जान जा चुकी। सोहागी पहाड़ पर धूल उड़ रही है। पड़ोस में बैठे कुलदीप तिवारी ने कहा, मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के तहत रोजगार के लिए तीन साल पहले आवेदन दिया, घूस देने के बाद भी रोजागार नहीं लगा। सोहागी पहाड़ पर पहुंचे तो आरटीओ बैरियर के पहले महिलाएं और बच्चे साइकिल पर डिब्बा लेकर पानी भरने के लिए जा रहे थे। पूछने पर बताया कि पुलिया के नीचे झिरिया में पानी लेने के लिए जा रहे हैं। सोहागी पहाड़ पर सौ फीट से ज्यादा पहाड़ को काटकर बाहर कर दिया गया। जैसे ही सोहागी पहाड़ से सैकड़ों फीट नीचे उतरा कि त्योंथर फ्लो माइनर की पुलिया पर तीन-चार की संख्या में लोग बैठे थे। सुरेन्द्र साकेत ने कहा, हाइवे ता बनाई दीहिन, सोहागी बाजार में सडक़ पर दो किमी तक गड्ढा छोड़ दिए।
सांसद आदर्श गांव पहुंचे

सब्जी बेंचने के लिए मंडी की दरकार पूरी नहीं हो रही। त्योंथर के पूर्वी छोर में सोहागी बाजार से दाएं की सडक़ पर आठ से दस किमी दूर सांसद आदर्श गांव पहुंचे। गांव के पहले ही माइनर पर दर्जनभर लोग तास के पत्ते फेंट रहे थे। गांव के दक्षिणी छोर में सैकड़ों फीट पहाड़ का टीला, नीचे बसे इस गांव में पेयजल की व्यवस्था नहीं है। स्वास्थ्य, शिक्षा व्यवस्था तो है, लेकिन, सक्रिय नहीं है। जैसे ही आगे बढ़े कि बुदावां, दुआरी, डीह होते हुए त्योंथर से करीब चालीस किमी दूर रायपुर सोनौरी में एक दुकान पर कुछ लोग चुनावी गणित बना रहे थे। त्रिनेत्र शुक्ला ने कहा इस क्षेत्र की सबसे बड़ी समस्या सिंचाई का साधन है। त्योंथर फ्लो को अधूरा छोड़ दिया गया। इस क्षेत्र में कॉलेज की दरकार है। अस्पताल का नया भवन बनकर तैयार है। लेकिन, स्टाफ नहीं है।

गढ़ी से लेकर पटहट तक अवैध माइनिंग
त्योंथर और सिरमौर विधानसभा के बार्डर एरिया में स्थित गढ़ी से लेकर पटहट तक यानी के यूपी के बार्डर तक अवैध माइनिंग के चलते आस-पास के गांवों के लोगों का जीना दुश्वार है। शिवभजन बताते हैं कि सुबह से लेकर सूर्यास्त होने तक विस्फोट के चलते भारी परेशानी होती है।
त्योंथर से पटहट तक सडक़ पर तक उड़ रही धूल
त्योंथर मुख्यालय से जैसे ही टमस नदी पार करिए और उत्तर की ओर चिल्ला-पटहट मार्ग पर चलेंगे कि कोटरा होते हुए चंदपुर के बाद यूपी के नौढिय़ा में जाना पड़ता है। फिर एमपी का गांव सरई आ जाता है। चंदपुर से जैसे ही आगे बढ़ेंगे कि फिर यूपी का भडि़वार गांव मिलता है। कुल मिलाकर चालीस किमी दूर तक सडक़ पर धूल उड़ रही है।
बंद पड़ी नहर की योजनाएं
तहसील के निकट वरिष्ठ अधिवक्ता बीएन शर्मा तीन चार लोगों के साथ चुनावी चर्चा में मशगूल रहे। जैसे ही क्षेत्र की समस्या का जिक्र किया तो उन्होंने सबसे बड़ी समस्या दो साल से बंद पड़ी करीब पांच छोटी-छोटी लिफ्ट एरीगेशन का मुद्दा उठाया। त्योंथर फ्लो निर्माण के चक्कर में क्षेत्र के किसानों की दो साल से फसल सूख रही है। टमस नदी में चांदी बराह उद्दवहन, जवा लिफ्ट, गाढ़ा, पटेहरा और चाकााट के पास मनिकवार लिफ्ट दो साल से बंद पड़ी है। इसे त्योंथर फ्लो से जोड़ा जा रहा है। अभी भी अधूरा है।
आवारा पशु और नीलगाय का आंतक
चिल्ला बाजार में बैठे कई किसान धान की फसल की चर्चा के साथ ही चुनाव पर हार जीत का आंकलन कर रते थे। पूछने पर बताया कि आवारा पशु और नील गाय खेती चौपट कर रही हैं। कई साल से किसान आवारा पशुओं के रोकथाम की मांग कर रहे हैं, किसी ने ध्यान नहीं दिया। इस बार इसी मुद्दे पर वोट पड़ेगा।
चाकघाट में ६ करोड़ की पेयजल योजना अधूरी
जिले की सीमा पर नगर पंचायत चाकघाट बार्डर पहुंचने से पहले मंत्री चौराहे पर ठेले के पास कुछ लोग खड़े होकर चुनावी चर्चा कर रहे थे। पूछने पर धूल उडऩे का विकास बताया। सुनील ने बताया कि नगर पंचायत में छह करोड़ की पेयजल योजना साढ़े चार साल से निर्माणाधीन है। पाइप लाइन का निर्माण अधूरा छोड़ दिया गया है। सडक़ का निर्माण पूरा नहीं हो नहीं होने से धूल उड़ रही है।
ये है जनएजेंडा
पंद्रह साल से 100 बेड का उपेक्षित पड़ा अस्पताल
तराई में पहाड़ और टमस नदी के बीच नील गाय, आवारा पशुओं का किसानों की फसलों पर कहर।
त्योंथर की सिंचाई उद्वहन परियोजनाओं को चालू कराया जाए।
-त्योंथर में कन्या डिग्री कॉलेज नहीं खोला जा सका।
उद्योग का क्षेत्र डवलप किया जाए।
त्योंथर को जिला बनाने की पहल शुरू की गई है।
त्योंथर के पूर्वी, पश्चिमी और दक्षिण विधानसभा क्षेत्र में पेयजल संकट दूर करने के लिए बड़ी परियोजना की स्थापना कराई जाए।
कटरा में उप तहसील बनाई जाए।
कटरा बाजार में स्वास्थ सुविधाएं बढ़ाई जाए।
त्योथर फ्लो सिंचाई योजना को अधूरा छोड़ दिया गया है।
वर्ष 2013 में मिले मत प्रतिशत
रमाकांत तिवारी भाजपा 33.68
रमाशंकर सिंह कांग्रेस 28.63
रामगरीब कोल बसपा 20.44
दिनेश गौतम सपा 3.00
विजय गुप्ता रासद 1.44
———————————–
2013 में हार जीत का अंतर
रमाकांत तिवारी भाजपा 44347
रमाशंकर सिंह कांग्रेस 34490
जीत का अंतर 9857
——————————–
– कुल जनसंख्या-3.14 लाख
– कुल वोटर-187588
-महिला मतदाता-68711
-पुरुष मतदाता-100677
—————————-
जनता के बीच बने रहे प्रतिद्वंंदी
त्योंथर में पिछले पिछले तीन बार से भाजपा से विधायक रमाकांत तिवारी का कब्जा रहा। वर्ष २०१३ के चुनाव में प्रतिद्वंदी कांग्रेस से रमाशंकर सिंह चुनाव पूरे पांच साल तक जनता के बीच बने रहे। इस सीट पर भाजपा ने प्रत्याशी बदलकर श्यामलाल द्विवेदी पर भरोसा जताया है।
——————————————-
बेलन नदी में पुल का निर्माण अधूरा
चाकघाट से पूर्वी छोरपर करीब 28 किमी दूर रायपुर सोनौरी मोड़ से यूपी के लेडिय़ारी बाजार वाया कोरांव को जोडऩे वाला पुल का निर्माण कई साल से अधूरा पड़ा है। ग्रामीणों ने बताया कि बेलन नदी के गन्था घाट पर पुल का निर्माण काफी दिनों अधूरा पड़ा है। पुल का निर्माण का निर्माण अधूरा होने से कई किलो मीटर चक्कर लगाना पड़ता है।

Home / Rewa / MP election 2018: एमपी-यूपी के बार्डर एरिया में विकास का बेड़ागर्क

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो