जिले के सभी अस्पतालों में ओपीडी का परिवर्तित टाइम सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे कर दिया गया है। संचालक स्वास्थ्य डॉ बीएल चौहान ने दिये हैं। उन्होंने कहा कि अस्पतालों में नोटिस बोर्ड और ऐसे स्थान पर जहां नागरिकों का आना-जाना रहता है। वहां बदले गए ओपीडी टाइम को प्रदर्शित करें। समस्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी और सिविल सर्जन को अधीनस्थ अस्पतालों के चिकित्सकों की ओपीडी में उपस्थिति और ओपीडी में आए मरीजों की संख्या की जानकारी रोजाना शाम 5 बजे तक संचालक स्वास्थ्य सेवाओं को मेल पर भेजने के निर्देश भी दिये गये हैं। सभी अस्पतालों में नया टाइम प्रदर्शित किया जाय।
संभागायुक्त ने मलेरिया रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस अवसर पर संभागायुक्त डॉ. अशोक कुमार भार्गव ने कहा कि राष्ट्रीय वैक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम के अन्तर्गत 7 जून से 30 जून तक मलेरिया निरोधक माह मनाया जाएगा। जिले में मलेरिया रोग एवं अन्य वाहक जनित बीमारियों के बचाव के लिए जन-जागृति उत्पन्न करने तथा जन भागीदारी प्राप्त कर मलेरिया रोग के बचाव के संबंध में सम्पूर्ण जिले में माह के दौरान विभिन्न गतिविधियां संचालित की जाएगी।
जिला स्तर से समस्त ब्लॉक एवं जहां मलेरिया प्रभावित हाईरिस्क गांव शामिल हैं उन क्षेत्रों में मलेरिया रथ भ्रमण करेगा। मलेरिया रथ जिले की सभी विकासखंडों के हाट-बाजारों में भ्रमण कर प्रचार-प्रसार करेगा एवं बुखार के मरीजों की पहचान कर जांच व उपचार किया जाएगा। साथ ही मच्छरदानी के उपयोग एवं महत्व का भी प्रचार-प्रसार किया जाएगा। मलेरिया रथ द्वारा पैंपलेट एवं ऑडियो कम्पोज के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जाएगा।
मलेरिया के लक्षण, बचाव एवं उपचार की भी जानकारी मलेरिया रथ में मौजूद प्रशिक्षित कर्मचारियों द्वारा दी जाएगी। रथ में दोनों प्रकार की मलेरिया पीबी एवं पीएफ जिसे दिमागी मलेरिया भी कहते हैं के उपचार के लिए दवाएं उपलब्ध रहेंगी।
मलेरिया रथ के दलों द्वारा 16 जून से प्रारंभ हो रहे डीडीटी छिडक़ाव कराने के संबंध में भी जानकारी दी जायेगी। संभागायुक्त ने कहा कि मच्छरों को पूरी तरह नियंत्रित करना चाहिए। ऐसी परिस्थितियां निर्मित करें जिससे मच्छर नहीं पनपें। इस पर जिला मलेरिया अधिकारी शीला सोनकर सहित स्वास्थ्य विभाग के अन्य अधिकारी मौजूद रहे।