रीवा. शहर के नए बस स्टैंड पर शाम ढलते ही सवारियों पर दलालों का कहर टूट पड़ता है। हैरान करने वाली बात यह कि अंतर्राज्यीय बस स्टैंड पर रात 9 बजे टिकट काटने के बाद यात्रियों को आधी रात तक खटरा बसों में धक्का लगाना पड़ता है। इसके बाद भी गन्तव्य स्थान तक पहुंचना मुश्किल हो जाता है। डेढ़ गुना अधिक किराया देने के बावजूद मुसाफिर गन्तव्य स्थान तक पहुंचने के लिए पसीना बहा रहे हैं। बस आपरेटरों और दलालों के गठजोड़ से यात्री खुले आम लुट रहे हैं। सूचना के बावजूद जिम्मेदार लापरवाह बने हैं।
9 बजे से टिकट काटने के बाद रात 11 बज गएसरदार पटेल अंतर्राज्यीय बस स्टैंड पर रात करीब 9 बजे रीवा से इलाहाबाद के लिए एक दलाल यात्रियों का टिकट काट रहा था। टिकट काटने के दौरान यात्रियों के पूछने पर बताया कि बस अभी छूटने वाली है। जबकि बस नंबर एमपी-17एफ-0602 सफेद रंग की बस पर सवारियां बार-बार शोर मचा रहीं थीं। 9 बजे से टिकट काटने के बाद रात 11 बज गए। अभी तक बस रवाना नहीं हुई। यात्री बार-बार दलाल से पैसे वापस मांग रहे थे, लेकिन दलाल की धौंस के आगे सवारियों की घिग्घी बंद हो जाती। करीब ढाई घंटे बीतने के बाद जैसे-जैसे बस ठीक हुई तो सवारियों ने धक्का दिया तो बस स्टार्ट हुई। ये कहानी एक दिन की नहीं बल्कि हर रोज रात में यह नजारा देखने को मिलेता है। शाम ढलते ही बसे कम होने से यात्रियों को भारी फजीहत झेलनी पड़ती है।
भोपाल से आ गए अब घर तक पहुंचना हुआ मुश्किल लंबा सफर करने के बाद रीवा से घर पहुंचने के लिए यात्रियों को घर पहुंचना मुश्किल होता है। जिले में बसों के संचालन की कनेक्टिविटी खराब होने के कारण सवारियों को भारी फजीहत झेलनी पड़ती है। सवारी सुमन ङ्क्षसह ने बताया कि भोपाल से आने में उतनी परेशान नहीं हुई, जितना रीवा से घर पहुंचने में परेशानी हो रही है। गंगेव के कमलेश ने बताया कि गुजरात से तो आ गए, लेकिन घर पहुंचने के लिए चार घंटे से परेशान हैं।
आधे रास्ते में ही खराब हो गई बस नए बस स्टैंड से जैसे-तैसे बस आगे रवाना हुई कि आधे रास्ते में ही खराब हो गई। बस में सवार करीब दो दर्जन सवारियां गन्तव्य स्थान तक पहुंचने के लिए परेशान रहीं। सवारियों ने बताया कि बस मनगवां के आगे पहुंची तभी खराब हो गई।
नए बस स्टैंड पर दलालों का कहर अफसरों की अनदेखी के चलते बस स्टैंड पर सवारियां, दलालों की मनमानी से परेशान हैं। दलाल जबरिया सवारियों को टिकट काटने के बाद बस पर बैठा देते हैं। रास्ते में बस का परिचालक टिकट चेक करते समय सवारियों को परेशान करता है। शहडोल से इलाहाबाद को जाने वाली पक्षीराज बस 11.30 बजे रीवा नए बस स्टैंड पर पहुंचती है। 11 बजे से ही टिकट काटने के लिए दलाल सवारियों से डेढ़ गुना कीमत पर टिकट बनाने लगता है। इसी तरह पूरे बस स्टैंड पर यात्री दलालों से खुलेआम लुट रहे हैं। लेकिन विभागीय अधिकारी इस ओर
ध्यान नहीं दे रहे हैं।
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