पिछले साल बना था पहुंच मार्ग
जानकारी के अनुसार रायपुर कर्चुलियान ब्लाक अंतर्गत गोरगांव से ग्राम बल पहुंच मार्ग (प्रधानमंत्री सड़क) की स्थिति अभी से ही खराब हो चुकी है। यहा मार्ग प्रधानमंत्री सड़क योजना के अंतर्गत पिछले वर्ष बनवाया गया था। लेकिन गेरुआर बस्ती में करीब 100 मीटर सड़क को विभाग के अधिकारियों द्वारा नहीं बनवाया गया है, जिसके कारण स्थानीय लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जबकि संबंधित ठेकेदार को भुगतान भी कर दिया गया है। जबकि मार्ग में कराए गए पुलिया का निर्माण भी घटिया स्तर का है। जो कभी भी गिर सकती है। क्षेत्रीय लोगों ने निर्माण कार्य की जांच कराकर सड़क का पुर्ननिर्माण कराए जाने की मांग की है।
जानकारी के अनुसार रायपुर कर्चुलियान ब्लाक अंतर्गत गोरगांव से ग्राम बल पहुंच मार्ग (प्रधानमंत्री सड़क) की स्थिति अभी से ही खराब हो चुकी है। यहा मार्ग प्रधानमंत्री सड़क योजना के अंतर्गत पिछले वर्ष बनवाया गया था। लेकिन गेरुआर बस्ती में करीब 100 मीटर सड़क को विभाग के अधिकारियों द्वारा नहीं बनवाया गया है, जिसके कारण स्थानीय लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जबकि संबंधित ठेकेदार को भुगतान भी कर दिया गया है। जबकि मार्ग में कराए गए पुलिया का निर्माण भी घटिया स्तर का है। जो कभी भी गिर सकती है। क्षेत्रीय लोगों ने निर्माण कार्य की जांच कराकर सड़क का पुर्ननिर्माण कराए जाने की मांग की है।
नहीं हुई मॉनीटरिंग, अधूरा छोड़ा काम
स्थानीय लोगों ने जानकारी दी है कि ठेकेदार ने प्रधानमंत्री सड़क का काम अधूरा छोड़ दिया है। इसके बाद भी कार्य की बिना मॉनीटरिंग के ही विभाग के अधिकारियों ने उसका भुगतान करा दिया है। यदि सड़क की समय-समय पर मॉनीटरिंग की जाती तो यह स्थिति निर्मित नहीं होती। आरोप है कि विभागीय इंजीनियरों द्वारा कार्य की मॉनीटरिंग नहीं होने के कारण ही घटिया सड़क का निर्माण किया गया और अब एक साल के अंदर ही सड़क उखड़ गई है। जिसका खामियाजा यात्रियों को भुगतना पड़ रहा है।
स्थानीय लोगों ने जानकारी दी है कि ठेकेदार ने प्रधानमंत्री सड़क का काम अधूरा छोड़ दिया है। इसके बाद भी कार्य की बिना मॉनीटरिंग के ही विभाग के अधिकारियों ने उसका भुगतान करा दिया है। यदि सड़क की समय-समय पर मॉनीटरिंग की जाती तो यह स्थिति निर्मित नहीं होती। आरोप है कि विभागीय इंजीनियरों द्वारा कार्य की मॉनीटरिंग नहीं होने के कारण ही घटिया सड़क का निर्माण किया गया और अब एक साल के अंदर ही सड़क उखड़ गई है। जिसका खामियाजा यात्रियों को भुगतना पड़ रहा है।