जिले में 124 केन्द्रों पर तौल हो रही है। आज की स्थित में करीब 45 हजार से अधिक किसान केन्द्रों पर पहुंच हैं। 44 हजार से अधिक किसानों की तौल हो चुकी है। कुछ केन्द्रों को छोड़ दे अधिकतर केन्द्रों पर धान का उठाव नहीं होने से बड़ी मात्रा में धान के बोरे रखे हुए हैं। जिससे केन्द्र पर धान रखने की जगह नहीं है। रेकार्ड के मुताबिक 22 लाख क्विंटल से अधिक तौल हो चुकी है। उठाव करीब 18 लाख क्विंटल हुआ है। केन्द्रों पर अभी चार लाख क्विंटल से अधिक की धान रखी हुई है। कलेक्टर की चेतावनी के बाद भी परिवहनकर्ता लापरवाह बने हुए हैं।
जिले में कलेक्टर ने केन्द्रों पर चुपके से धान की तौल करने वालों पर नजर रखने के लिए नाइट वॉच पेट्रोलियम टीम बनाई है। जिला स्तर के अधिकारियों को नोडल बनाया गया है। कुछ को छोड़ दे तो ज्यादातर नोडल अधिकारियों को ठंड लग गई है। जिससे वह रजाई में घुसकर निगरानी कर रहे हैं। जिले के सीमावर्ती क्षेत्र में वर्तमान समय में फिर बाहर से धान की खेप आने लगी है।