संभाग में 55 लाख क्विंटल गेहूं तौल का अनुमानित लक्ष्य निर्धारित किया गया था। केन्द्रों पर अंतिम दिन 48.21 लाख क्विंटल ही गेहंू की तौल हो सकी। संभाग में कुल 87.50 फीसदी ही तौल हुई है। रीवा में संभावित लक्ष्य का 73.85 फीसदी ही तौल हुई। जबकि सतना में तौल का अंकड़ा 102.33 प्रतिशत पहुंच गया। सीधी में 67.18 प्रतिशत तौल हुई तो सिंगरौली में 55.33 फीसदी की लक्ष्य पूरा हो सका।
संभाग में तौल बंद होने के बाद भी अभी तक परिवहन नहीं हो सका है। केन्द्र प्रभारियों और परिवहनकर्ताओं की शिथिलता के चलते समय से केन्द्रों पर उठाव नहीं हो सका है। केन्द्रों पर खुले आसमान के नीचे लगभग दस लाख क्विंटल गेहूं चिलचिलाधी धूप, तेजतूफानयुक्त बूंदाबादी के बीच रखा हुआ है। इससे जहां उपज की गुणवत्ता खराब हो रही है, वहीं किसानों की गाढ़ी कमाई दांव पर लगी है।
सतना से रीवा, सीधी, सिंगरौली भेजा जा रहा गेहूं
चालू सीजन में सतना में अधिक तौल होने के बाद सतना से गेहूं रीवा, सीधी और सिंगरोली भेजा जा रहा है। रिपोर्ट मुताबिक सबसे अधिक गेहूं रीवा भेजा जा रहा है। जबकि रीवा में पर्याप्त मात्रा में गेहूं की तौल की गई है। वास्तविक लक्ष्य से महज 1.15 लाख क्विंटी तौल कम हुई है। जबकि संभावित लक्ष्य से रीवा में लगभग पांच लाख क्विंटल गेहूं की तौल कम हुइ है।
संभाग में समर्थन मूल्य पर लगभग 94 हजार किसानों ने उपज की तौल की है। इस पर संभाग में 910 करोड़ रुपए से अधिक कीमत गेहूं उर्पान किया गया है। जबकि किसानों के खाते में अभी तक महज 406 करोड़ रुपए जारी किए गए हैं। किसानों का अभी लगभग 500 करोड़ रुपए की उपज का भुगतान बाकी है।
फैक्ट फाइल
जिला लक्ष्य तौल
रीवा 17 12.55
सतना 30 30.70
सीधी 04 2.68
सिंगरौली 4.10 2.26
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नोट: आंकड़े लाख में, कमिश्नरी कार्यालय में आयोजित समीक्षा बैठक से लिए गए